हरियाणा में सोमवार से खुलेंगे स्कूल, शिक्षकों से पाठ समझ सकेंगे विद्यार्थी, नियमित कक्षाओं का अगले माह होगा फैसला
हरियाणा में कोरोना के कारण करीब साढ़े पांच महीने से बंद चल रहे सरकारी और निजी स्कूल सोमवार से खुलने जा रहे हैं। हालांकि अभी नियमित कक्षाएं तो शुरू नहीं होंगी, लेकिन नौवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थी शिक्षकों से किसी भी विषय को समझने और पढ़ाई संबंधी दूसरी समस्याओं के समाधान के लिए स्कूल आ सकते हैं। परिवार से लिखित अनुमति के बाद ही उन्हें अलग-अलग स्लॉट में स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा। नियमित कक्षाओं पर फैसला अगले माह संभव है।
80 हजार शिक्षकों का कराया जा रहा कोरोना टेस्ट, रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही स्कूलों में एंट्री
प्रदेश में करीब 80 हजार शिक्षक ऐसे हैं जो सरकारी और निजी स्कूलों में नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों को पढ़ाते हैं। इन सभी का कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है। कोरोना से बचाव की गाइडलाइन के हिसाब से स्कूलों में सैनिटाइजेशन व शारीरिक दूरी बनाए रखने के प्रबंध किए जा रहे हैं।
स्कूल खुलने के बावजूद असेंबली, स्टाफ रूम व कैंटीन बंद रहेंगे। शिक्षकों का कोविड टेस्ट निगेटिव होने के बाद ही स्कूल में एंट्री दी जाएगी। मॉनिटरिंग के लिए सभी स्कूलों में कमेटी बनाई गई है, जो गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित करेंगी। स्कूल में बच्चों की एंट्री व एग्जिट के लिए अलग-अलग गेट होंगे। बच्चों को किसी भी तरह की बस या कैब ट्रांसपोर्ट की सुविधा अभी नहीं मिलेगी।
अलग-अलग स्लॉट में बुलाये जाएंगे नौवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थी, असेंबली, स्टाफ रूम व कैंटीन रहेंगे बंद
किस चैप्टर और कितने चैप्टर्स में दिक्कत है, इसके हिसाब से बच्चों के स्लॉट तैयार किए जाएंगे। कोरिडोर में पैडल सैनिटाइजर, वॉटर टैप व बाथरूम में सेंसर वाले टैप लगवाए गए हैं। कक्षा में दो छात्रों के बीच छह फीट की दूरी का पालन सुनिश्चित कराना स्टाफ की जिम्मेदारी होगी।
निजी स्कूलों में भी बनेंगे परिवार पहचान पत्र
प्रदेश में अब निजी स्कूलों में भी परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) बनेंगे। पहले चरण में 21 से 23 सितंबर तक गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, जींद, पंचकूला, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल, भिवानी और दादरी जिलों के प्राइवेट स्कूलों में तथा 24 से 26 सितंबर तक इन जिलों के लोकल सेंटरों में पीपीपी बनाए जाएंगे।
इसी तरह 28 से 30 सितंबर तक रोहतक, झज्जर, सोनीपत, पानीपत, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, नूंह, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ जिलों के प्राइवेट स्कूलों में परिवार पहचान पत्र बनाए जाएंगे। इन जिलों के लोकल केंद्रों में पहली अक्टूबर से तीन अक्टूबर तक यह कार्य चलेगा। परिवार पहचान-पत्र पूरे परिवार को एक विशिष्ट पहचान प्रदान करता है।