हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हिसार में 2000 एकड़ भूमि पर मेगा बल्क ड्रग पार्क का निर्माण करवाया जाएगा जिसका प्रस्ताव हरियाणा सरकार द्वारा केंद्र सरकार को भेजा गया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बल्क ड्रग पार्कों को बढ़ावा देने की केंद्र सरकार की इस योजना से देश में बल्क ड्रग का उत्पादन बढ़ेगा तथा बाहरी दवाओं की लागत कम होगी। इसके साथ ही बल्क ड्रग के लिए भारत की अन्य देशों पर निर्भरता में कमी आएगी।
दरअसल यह उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना है जिसका उद्देश्य अति महत्वपूर्ण केएसएम/औषधि मध्य सामग्री और एजीआई में बड़े निवेश को आकर्षित करने के माध्यम से घरेलू निर्माण/उत्पादन को बढ़ावा देना है। इससे केएसएम/औषधि मध्य सामग्री और एपीआई उत्पादन में अन्य देशों पर भारत की निर्भरता में कमी आएगी। इससे देश में अतिरिक्त रोजगार सृजन भी होगा।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला इस दौरान हिसार में जिला विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने लंबित विकास कार्यों को पूरा करने के लिए सभी अधिकारियों की समय सीमा निर्धारित करते हुए लक्ष्य के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए।
उपमुख्यमंत्री ने दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम, मार्केटिंग बोर्ड, पीडब्ल्यूडी बीएंडआर, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, सिंचाई विभाग, जनस्वास्थ्य विभाग, नगर निगम सहित अन्य सभी प्रमुख विभागों की निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने डीडीपीओ को अगले एक सप्ताह में सभी गांवों के शमशान घाट में शैड व बैठने की जगह होना सुनिश्चित करवाने को कहा। इसके अलावा उन्होंने हिसार शहर में कैमरे लगवाने, बरवाला शहर की सड़कें ठीक करवाने, एमपी लैड के कार्यों की गति तेज करने सहित अन्य निर्देश दिए।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने उपमुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए उन्हें जिला में चल रही सभी महत्वपूर्ण परियोजनाओं के संबंध में अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि आज जिला में उपमुख्यमंत्री द्वारा 34 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उद्घाटन किया गया है। इंटीग्रेटिड एविएशन हब के निर्माण कार्य तेज गति से करवाया जा रहा है। बरवाला में 16 करोड़ रुपये की लागत से लघु सचिवालय का निर्माण करवाया जा रहा है। जिला में दो नई नहरों, बास माइनर व राणा डिस्ट्रीब्यूटरी से नई माइनर का निर्माण तथा 17 डिस्ट्रीब्यूटरी का पुनर्निर्माण करवाया जा रहा है। जिला के 24 गांवों में पार्क व व्यायामशालाओं तथा 18 गांवों में ग्राम सचिवालयों का निर्माण करवाया जा रहा है। इसी प्रकार लुवास के पशु अनुसंधान केंद्र, स्वास्थ्य व आयुर्वेद डिसपेंसरियों और कौशल विकास केंद्रों का निर्माण भी प्रगति पर है।