हरियाणा से लेकर MP तक नकली शराब का कारोबार, SIT टीम केमिकल सप्लायरो का करेंगी पर्दाफाश
जगाधरी में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री के मामले में एसआइटी जड़ तक पहुंचने की कोशिश में है। अब एसआइटी ने फैक्ट्री में कैमिकल सप्लाई करने वालों को प्रोडक्शन रिमांड पर लिया है। इन आरोपितों से पुलिस को बड़ा पर्दाफाश होने की उम्मीद है। इसलिए ही पुलिस इन्हें उन जगहों पर ले जाने की तैयारी में है। जहां से यह केमिकल लेकर आते थे।
11 अक्टूबर को रोहतक में सीएम फ्लाइंग ने शराब तैयार करने का केमिकल पकड़ा था। वहां से पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ में सामने आया कि वह दिल्ली, उप्र व हरियाणा में यह केमिकल सप्लाई करते हैं। सीएम फ्लाइंग ने ढाबे पर रेड कर 40,500 लीटर स्प्रिट बरामद किया था। गिरोह के सरगना रूखी गांव निवासी संदीप व उसके भाई कुलदीप यह धंधा चला रहे थे।
मध्यप्रदेश व पंजाब की डिस्टलरी से यह केमिकल मंगवाया जाता था। जिन्हें यहां पर छोटी गाड़ियों से लोकल रूटों के जरिए तस्करों तक भेजा जाता था। इसमें पुलिस ने एक गाड़ी के चालक पानीपत के इंद्री निवासी रमेश को भी पकड़ा था। इन्हीं तीनों आरोपितों को एसआइटी ने रोहतक जेल से प्रोडक्शन रिमांड पर लिया है। अब तक की तफ्तीश में सामने आया कि कुलदीप व संदीप ही जगाधरी फैक्ट्री में कैमिकल सप्लाई करते थे। रमेश यहां पर कैमिकल लेकर आता था। यह कैमिकल भी डिस्टलरी के अधिकारियों की मिलीभगत से निकाला जाता था।
अफसर भी आ सकते हैं पकड़ में
एसआइटी की जांच यदि सही दिशा में चलती रही, तो नकली शराब के इस खेल में शामिल अफसर भी बेनकाब हो सकते हैं। मध्य प्रदेश में आबकारी विभाग के अधिकारियों से मिलकर ही डिस्टलरी से कैमिकल चोरी किया जा रहा था। जिसे यहां शराब बनाने में प्रयोग किया जाता था। इस कैमिकल से ही वैध फैक्ट्रियों में शराब तैयार होती है।
रोहतक व पानीपत के ठेकों पर सप्लाई हुई नकली शराब
11 सितंबर को रादौर में नकली शराब का कैंटर पकड़ा। शराब सप्लाई करने वाले मुख्य सरगना पानीपत के सेक्टर छह निवासी विकास दहिया को पुलिस ने पकड़ा गया। इसके बाद ही पुलिस ने जगाधरी में 16 अक्टूबर को नकली शराब की फैक्ट्री पकड़ी। इस मामले में पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार किया। इसमें पुलिस ने शराब ठेकेदार रोहतक के गांव खड़खड़ा निवासी रविंद्र को 300 नकली शराब की पेटियों के साथ पकड़ा। उसके साथ खरक जाटान निवासी बलवान सिंह को भी पकड़ा गया था।