कोविड-19 भी कुछ देशों को सीमा पार आतंकवाद का समर्थन करने से नहीँ रोक पाई: भारत

भारत ने पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए मंगलवार को कहा कि कोविड-19 महामारी भी कुछ देशों को सीमा पार आतंकवाद का समर्थन करने से रोक नहीं पाई. इसके साथ ही भारत ने इस बात पर जोर दिया कि संयुक्त राष्ट्र को आतंकवाद पर ‘निर्णायक तरीके’ से बोलना चाहिए.

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने कहा, ‘‘भारत, दुनिया में सभी तरह के यहूदी विरोध, धार्मिक आधार पर हर तरह के भेदभाव का विरोध करता है. हम जानते हैं कि ऐसे देश है जो इस महामारी का लाभ दुनिया के अन्य हिस्सों में धर्म के आधार पर विभाजनकारी घृणा फैलाने में कर रहे हैं.’’ उन्होंने बिना किसी देश का नाम लिए कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी भी उन्हें निर्दोष लोगों की हत्या के लिए सीमा पार आतंकवाद का समर्थन करने और धार्मिक घृणा फैलाने से नहीं रोक सकी.’’ तिरुमूर्ति ‘वर्ल्ड जूइश कांग्रेस’ द्वारा आयोजित एक आनलाइन उच्च-स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.

विश्व के सामने सबसे बड़ी समस्या आतंकवाद है 

आपको बता दें, इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स देशों के सामने आतंकवाद का मुद्दा उठाया था. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”आतंकवाद आज विश्व के सामने सबसे बड़ी समस्या है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि आतंकवादियों को समर्थन और सहायता देने वाले देशों को भी दोषी ठहराया जाए, और इस समस्या का संगठित तरीके से मुकाबला किया जाए.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”हमने ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत एक व्यापक सुधार प्रक्रिया शुरू किया है. यह अभियान इस विश्वास पर आधारित है कि एक आत्मनिर्भर और लचीला भारत कोरोना के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए फोर्स मल्टी प्लायर हो सकता है और ग्लोबल वैल्यू चैन में एक मजबूत योगदान दे सकता है.”

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