बिहार: FIR पर आगबबूला तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर बोला जोरदार हमला, कही ये बात
आप सभी जानते ही होंगे बिहार में इन दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव किसानों के समर्थन में लगे हुए हैं। ऐसे में अब उन्होंने राज्य सरकार पर जोरदार हमला बोला है। जी दरअसल तेजस्वी ने बिहार की एनडीए सरकार को निकम्मी और डरपोक कह दिया है। उनका कहना है कि, ‘बिहार सरकार ने किसानों के पक्ष में धरना देने के लिए उनके और उनके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।’ इसी के साथ तेजस्वी ने यह भी चुनौती दी है कि, ‘अगर इस सरकार में दम है तो उन्हें गिरफ्तार करके दिखाए, अन्यथा वे खुद गिरफ्तारी देंगे।’
इसके अलावा वह यह भी बोलने में पीछे नहीं रहे कि किसानों के लिए वह फांसी पर भी चढ़ने को तैयार हैं। जी दरअसल यह सभी बातें बोलने के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि, ‘जो व्यक्ति कड़ी मेहनत करने वाले किसान के भले की नहीं सोच सकता है, वह कभी भी इंसान और इंसानियत में यकीन नहीं कर सकता। किसान समस्त मानव जाति का पालनहार है। जो किसान का नहीं, वह देश का हितैषी नहीं।’ यह सभी बातें तेजस्वी यादव ने गांधी मैदान में कही। जी दरअसल बीते शनिवार को उन्होंने अपने समर्थकों के साथ पटना के गांधी मैदान में नए कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर धरना दिया था।
डरपोक और बंधक मुख्यमंत्री की अगुवाई में चल रही बिहार की कायर और निक्कमी सरकार ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के जुर्म में हम पर FIR दर्ज की है। दम है तो गिरफ़्तार करो,अगर नहीं करोगे तो इंतज़ार बाद स्वयं गिरफ़्तारी दूँगा।किसानों के लिए FIR क्या अगर फाँसी भी देना है तो दे दिजीए। https://t.co/3B30VF3asY
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 6, 2020
इस दौरान उन्होंने कहा- ‘धनदाता और अन्नदाता की इस लड़ाई में हम अन्नदाता के साथ खड़े हैं। क्या किसानों के समर्थन में आवाज उठाना, उनकी आय दोगुनी करने के लिए नए कानूनों में अनिवार्य रूप से MSP की मांग करना, खेत-खलिहान को बचाने की लड़ाई करना अपराध है? अगर है तो हम यह अपराध बार-बार करेंगे?’ फिलहाल तेजस्वी यादव का नया ट्वीट सुर्ख़ियों में है जिसमे उन्होंने कहा है कि, “डरपोक और बंधक मुख्यमंत्री की अगुवाई में चल रही बिहार की कायर और निकम्मी सरकार ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के जुर्म में हम पर FIR दर्ज की है। दम है तो गिरफ्ता करो, अगर नहीं करोगे तो इंतजार बाद स्वयं गिरफ़्तारी दूंगा। किसानों के लिए FIR क्या अगर फांसी भी देना है तो दे दीजिए।”