बोधगया का महाबोधि मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोला गया, प्रवेश के लिए दिशा-निर्देश का पालन होगा अनिवार्य
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान मंदिर भी बंद कर दिए गए थे. विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर को भी लॉकडाउन के दौरान बंद कर दिया गया था. कई महीने बंद रहने के बाद सोमवार को यह मंदिर आखिरकार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. महाबोधि मंदिर अब हर रोज सुबह पांच बजे से रात के 9 बजे तक खुला रहेगा. कहा जाता है कि बोधगया में यहीं महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. हर साल देश-विदेश से लाखों की संख्या में धर्मावलंबी यहां पहुंचते हैं.
मंदिर खोलने को लेकर गाइडलाइन भी तय की गई हैं
वहीं महाबोधि मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव एन दोरजी ने बताया कि श्रद्धालु हर रोज सुबह पांच बजे से रात्रि 9 बजे के बीच मंदिर के गर्भगृह में पूजा कर सकते हैं लेकिन उन्हें वहा रुकने की इजाजत नहीं दी गई है. उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मंदिर खोलने को लेकर गाइडलाइन भी तय की गई है.
भगवान बुद्ध के 80 फीट के स्तूप को भी खोला गया
उन्होंने बताया कि महाबोधि मंदिर परिसर के पास स्थित भगवान बुद्ध के 80 फीट के स्तूप को भी आम लोगों के दर्शनार्थ हेतु खोल दिया गया है. गौरतलब है कि करीब एक महीने पहले भी महाबोधि मंदिर को सुबह 6 बजे से 10 बजे और अपराह्न तीन बजे से रात के नौ बजे तक के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोला गया था, लेकिन यह समय भक्तों को कम पड़ रहा था. श्रद्धालुओं द्वारा आम दिनों की तरह ही मंदिर खोलने की मांग की जा रही थी.
मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए मास्क पहनाना अनिवार्य है
महाबोधि मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव एन दोरजी ने यह भी बताया कि कोरोना संकट को देखते हुए कुछ शर्तें भी लगाई गई हैं. उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए मास्क और हैंड सैनेटाइजर का प्रबंध किया गया है. बिना मास्क लगाए लोगों को मंदिर में आने की इजाजत नहीं दी जाएगी. श्रद्धालुओं के लिए हर वक्त मंदिर में मास्क पहनना अनिवार्य होगा इसके साथ ही दो गज की शारीरिक दूरी को बनाए रखना भी जरूरी है.