हर साल 25 December को क्रिसमस मनाया जाता है. ईसाई धर्म की मान्यता अनुसार, इस दिन प्रभु यीशु का जन्म हुआ था. क्रिसमस के दिन बच्चों को सांता क्लॉज (Santa Claus) का बहुत इंतजार रहता है. माना जाता है कि सांता इस दिन आकर बच्चों को गिफ्ट देते हैं. सांता के बारे में कई ऐसी बाते हैं जिसे लोग नहीं जानते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में.
सांता का किरदार वास्तविक- ज्यादातर लोगों को लगता है कि सांता एक काल्पनिक किरदार है जो बच्चों को गिफ्ट देने आते हैं. दरअसल, संत निकोलस को सांता के रूप में जाना जाता है. संत निकोलस एक भिक्षु थे जो घूम-घूमकर गरीबों और बीमारों की मदद करते थे. वो यूरोप के सबसे लोकप्रिय संतों में से एक थे.
हमेशा से गिफ्ट नहीं देते थे सांता- बहुत पहले अमेरिका में क्रिसमस को छुट्टी की तरह नहीं देखा जाता था और ना ही गिफ्ट देने की परंपरा थी. इसकी शुरूआत इंग्लैंड से हुई जब इस दिन गिफ्ट देने और जश्न मनाने का सिलसिला शुरू हुआ. तबसे इस दिन परिवार के सभी लोग एक साथ इकट्ठा होते हैं और एक साथ क्रिसमस मनाते हैं.
सांता का पेट- ऐसी कल्पना की जाती है कि सांता गोल-मटोल से दिखते हैं. 1809 में वॉशिंगटन इर्विंग लेखक ने अपनी किताब में सांता के बारे में बताया है कि संत निकोलस एक स्लिम फिगर वाले व्यक्ति थे जो अच्छे बच्चों को गिफ्ट देने आते थे.
हमेशा लाल रंग का कपड़ा नहीं पहनते सांता- ऐसा माना जाता है कि सांता हमेशा लाल रंग के कपड़ों में आते हैं लेकिन ऐसा नहीं है. 19वीं शताब्दी में कुछ चित्रों से पता चलता है कि सांता कई तरह के रंग-बिरंगे कपड़े पहनते थे और झाड़ू लेकर चलते थे.
सांता का पसंदीदा बारहसिंगा- सांता क्लॉज की सवारी रेंडियर यानी बारहसिंगा मानी जाती है. मान्यता है कि सांता का पसंदीदा बारहसिंगा 80 साल का रूडोल्फ था. लेखक रॉबर्ट का कहना है कि रूडोल्फ बच्चों को गिफ्ट पहुंचाने में सांता की मदद करता था.
सांता कुंवारे थे- सांता एक हंसमुख और सिंगल व्यक्ति थे जो बच्चों को गिफ्ट देना पसंद करते थे. हालांकि, इस बात पर मतभेद है. कहा जाता है कि सालों बाद सांता ने जेम्स रीस नाम महिला से शादी कर ली थी. वो भी बाद में सांता की तरह ही प्रसिद्ध हुई थीं.
सांता के कई नाम हैं- वैसे तो सांता को सांता क्लॉज नाम से ही जाना जाता है लेकिन कुछ जगहों पर उन्हें जॉली ओल्ड, सैंट निक, फादर क्रिसमस, ओल्ड मैन क्रिसमस और क्रिस क्रिंगल के नाम से भी जाना जाता है.
मोजे में रखकर गिफ्ट देते हैं सांता- कहा जाता है कि सांता चुपके से आते हैं और सोते हुए बच्चों के तकिए के नीचे गिफ्ट रखकर चले जाते हैं. इसके अलावा, सांता बच्चों के मोजे में भी गिफ्ट रखकर जाते हैं. कई जगह घरों के बाहर मोजे टांगने की परंपरा है ताकि सांता आकर इसमें गिफ्ट रखकर जाएं.
बच्चों को सजा भी देते हैं सांता- सांता अच्छे बच्चों को गिफ्ट देते हैं लेकिन वो शैतान बच्चों को गिफ्ट नहीं देते हैं. कहा जाता है कि सांता ऐसे बच्चों के मोजे में कोयला रखकर जाते हैं.