दूध में मिलाएं ये चीज सेहत को मिलेंगे जबरदस्त फायदे
रोजाना दूध पीने वाले लोग अकसर दूध में अलग स्वाद चाहते हैं। ऐसे में अगर आप भी कुछ अलग स्वाद और हेल्थ के बारे में सोच रहे हैं तो दूध और सौंफ दोनों के अपने अमेजिंग फायदे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर दोनों को साथ में इस्तेमाल किया जाए तो ये आपके शरीर के लिए खूब फायदेमंद साबित हो सकता है। तो चलिए जानते हैं सौंफ के दूध के फायदे और बनाने का तरीका।
क्या हैं सौंफ के दूध के फायदे
1) सौंफ का दूध पीने से पाचन बेहतर होती है। सौंफ के बीज में वोलाटाइल ऑयल होते हैं जो गैस्ट्रिक एंजाइम के उत्पादन को बढ़ाकर पाचन प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं। इस दूध को पीने से आपका पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। आप इस दूध का रोजाना सेवन कर सकते हैं।
2) सौंफ का दूध कैल्शियम, मैंगनीज और मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। अपने गिलास दूध में सौंफ के बीज मिलाकर सेवन करने से आपको हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिल सकती है।
3) एनीमिया का सामान्य कारण शरीर में आयरन की कमी है और कई महिलाएं इस बीमारी से पीड़ित हैं। सौंफ में आयरन और पोटैशियम होता है जो शरीर की आयरन की आवश्यकता को पूरा करता है और ब्लड में हीमोग्लोबिन को बैलेंस करता है। यह आगे चलकर एनीमिया जैसी स्वास्थ्य समस्याओं को रोकता है।
4) जिन लोगों की आंखें खराब हैं या जिन्हें आंखों से जुड़ी समस्या है उन्हें रोजाना एक गिलास सौंफ का दूध पी सकते हैं।
5) सौंफ में पॉलीफेनोल एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक फायदेमंद माने जाते हैं। ये अलग प्रकार के कैंसर, मोटापा, हृदय की समस्याओं और डायबिटीज सहित किसी भी स्वास्थ्य समस्या को रोकने के लिए एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर, इस दूध को फायदेमंद माना जाता है।
कैसे बनाएं सौंफ का दूध
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए 1/2 छोटा चम्मच सौंफ के बीज और दूध का गिलास। अब एक पैन में दूध और आधा चम्मच सौंफ डालें। दूध में उबाल आने के बाद छान लें। सौंफ का दूध तैयार है। आप अपनी पसंद के अनुसार चीनी या गुड़ मिला सकते हैं।
ध्यान दें
सौंफ का दूध हमारे पूरे स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है, लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन हानिकारक हो सकता है। इसके अलावा, यदि आप किसी बीमारी के इलाज से गुजर रहे हैं, तो आपको इसे अपने रोजाना की डाइट में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।