हल्द्वानी के बाद अब उत्तराखंड में एक युवक में एच3एन2 वायरस की हुई पुष्टि

उत्तराखंड में एच3एन2 (H3N2) वायरस की लोगों लगातार पुष्टि हो रही है। हल्द्वानी के बाद अब उत्तराखंड में एक युवक में एच3एन2 वायरस की पुष्टि हुई है। हल्द्वानी में दो मरीजों में वायरस की पुष्टि के बाद अब देहरादून में पॉजिटिव मरीज मिला है। चिंता की बात कि कि पिछले दो महीने में करीब-करीब 20 मरीजों एच3एन2 वायरस की पुष्टि हो चुकी है।  

दून अस्पताल में भर्ती एक मरीज में इन्फ्लूएंजा के सब टाइप एच3एन2 (H3N2)वायरस की पुष्टि हुई है। मरीज एक सप्ताह से भर्ती है और दो दिन पहले रिपोर्ट आई। जिला सर्विलांस अधिकारी डा. सीएस रावत ने इसकी पुष्टि की है।  दून अस्पताल के कोरोना नोडल अधिकारी डा. अनुराग अग्रवाल ने बताया कि दून निवासी 35 वर्षीय एक युवक को अस्थमा की दिक्कत थी।

एक सप्ताह पूर्व मरीज को भर्ती किया गया। दिक्कत बढ़ने पर आईसीयू में भर्ती किया गया और एच3एन2 की जांच को सैंपल भेजा गया। शुक्रवार को सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डॉक्टरों ने इन्फ्लूएंजा के सब टाइप एच3एन2 वायरस को लेकर सतर्क रहने की हिदायत दी है।

दो माह में 20 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव 
दून मेडिकल कॉलेज के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एच3एन2 सीजनल इन्फ्लूएंजा का एक वेरिएंंट है। इन्फ्लूएंजा के गंभीर लक्षण वाले मरीजों की जांच कराई जा रही है। करीब दो माह में 200 सैंपलों की जांच कराई है। इनमें से करीब 20 मरीज पॉजिटिव मिले हैं। सभी ठीक होकर घर चले गए हैं। घबराने की जरूरत नहीं है। यह सामान्य वायरस है, एहतियात जरूर बरतें। 

इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले मरीजों की भरमार
इन्फ्लूएंजा ए के सब टाइप एच3एन2 के जैसे लक्षण वाले मरीजों की अस्पताल में भरमार है। मेडिसिन की 400 की ओपीडी में 200 मरीज और भर्ती 30 मरीजों में से 10 मरीज इन्हीं लक्षणों वाले हैं। गंभीर लक्षणों वाले मरीजों की जांच करा रहे हैं। अभी कोई पॉजिटिव नहीं मिला है।

ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सतर्क
नाक बहना, तेज बुखार, खांसी, गले में खराश, चेस्ट कंजक्शन, मांसपेशियों, जोड़ों में दर्द, सिरदर्द, थकावट

यह मौसम वायरस के फैलने के अनुकूल 
उत्तराखंड में बारिश से मौसम का मिजाज बदल गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक ये मौसम फ्लू या वायरस के फैलने के लिए अनुकूल होता है। दून अस्पताल के मेडििसन एचओडी डा. नारायणजीत सिंह एवं फिजीशियन डा. कुमार जी कौल के मुताबिक तापमान कम होने पर फ्लू की संभावनाएं प्रबल हो जाती है। तापमान के उतार चढ़ाव में इंसान की इम्युनिटी भी कमजोर होती है। पहले नजला शुरू हो जाता है और फिर गले में दर्द। बुखार समेत अन्य लक्षण आने लगते हैं। अपनी सेहत के प्रति सावधानी बरतें। ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक्स अभी न पिएं।

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