उत्तर प्रदेश के इटावा, कानपुर आदि में बीते कई दिनों से रात में आंशिक शीतलहर जैसे हालात देखने को मिला। रविवार को भी कानपुर शहर, इटावा, बाराबंकी, अयोध्या, अमेठी, मेरठ, बुलंदशहर जैसे कई जिलों में रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। प्रदेश के कई जिलों में सुबह और शाम में तापमान में गिरावट देखी जा रही है।
कानपुर शहर, बाराबंकी, प्रयागराज आदि जिलों में रात के पारे में सामान्य से 4 डिग्री से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह का कहना है कि सोमवार से उत्तर प्रदेश में पछुआ की रफ्तार कम हो जाने से शीतलहर का दायरा घटेगा। साथ ही रात में पारे का गिरना भी थमेगा। दिन में गुनगुनी धूप निकलेगी।
पहाड़ों पर हुई बर्फबारी
उत्तर भारत से लेकर पूर्वी राज्यों तक ठंड का असर तेजी से बढ़ रहा है। कश्मीर घाटी और हिमाचल प्रदेश में तापमान माइनस में पहुंच गया है, वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार को पारा 9 डिग्री तक लुढ़क गया, जो पिछले तीन वर्षों का नवंबर का सबसे ठंडा दिन दर्ज हुआ। जम्मू, हरियाणा और ओडिशा में भी रात का तापमान सीजन के न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुका है। पहाड़ों में जारी बर्फबारी और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण मैदानी इलाकों में सिहरन बढ़ गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आगामी दिनों में तापमान में और गिरावट होगी और ठंड का प्रकोप और तेज पड़ सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार 17 नवंबर की रात को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके बाद तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी, लेकिन इसके गुजरते ही पारा फिर नीचे आएगा। 21 नवंबर को एक और पश्चिमी विक्षोभ के आने की संभावना है। उत्तर भारत, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और ओडिशा में आने वाले दिनों में ठंड का असर और तेज होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने लोगों को सुबह-शाम अतिरिक्त सावधानी बरतने और ठंड से बचाव के उपाय करने की सलाह दी है।
