भारत में आज-कल लोग अपनी सेहत को पहले से कहीं अधिक महत्व दे रहे हैं। कोविड महामारी के बाद यह बदलाव और तेज हुआ है, क्योंकि लोगों ने महसूस किया कि मजबूत इम्यूनिटी और फिट बॉडी ही जीवन की रक्षा कर सकती है।
शहरीकरण, तनावपूर्ण लाइफस्टाइल और जीवनशैली संबंधी बीमारियों जैसे मोटापा, डायबिटीज और हृदय रोगों की बढ़ती संख्या ने युवाओं से लेकर मध्य आयु वर्ग तक को एक्सरसाइज की ओर आकर्षित किया है। महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ रही है, जो पहले कम थी। इस बदलाव ने फिटनेस इंडस्ट्री को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, जिससे जिम खोलना एक लाभदायक बिजनेस आइडिया बन गया है।
भारत में कितना बड़ा है फिटनेस मार्केट?
फिटनेस मार्केट की ग्रोथ के आंकड़े खुद इसकी गवाही देते हैं। एक अनुमान के अनुसार इस समय भारत का फिटनेस बाजार लगभग 16,200 करोड़ रुपये का है, जो 2030 तक दोगुना होकर 37,700 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।
इसमें जिम और फिटनेस सेंटर्स की प्रमुख भूमिका है। वैल्यू सेगमेंट के जिम सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं, जो आम लोगों के लिए किफायती हैं। टियर-2 और टियर-3 शहरों में भी यह बढ़ रहा है, जहां पहले सुविधाएं सीमित थीं। कॉर्पोरेट वेलनेस प्रोग्राम और पर्सनलाइज्ड ट्रेनिंग की मांग बढ़ने से नए उद्यमियों के लिए जगह बन रही है। यह ग्रोथ रेट 15 प्रतिशत सालाना है, जो अन्य कई सेक्टर्स से ज्यादा है।
कैसे शुरू करें अपना जिम?
जिम बिजनेस शुरू करने के लिए सही प्लानिंग जरूरी है। सबसे पहले लोकेशन चुनें, जो कि एक व्यस्त इलाका, रेजिडेंशियल एरिया या ऑफिस के पास होना चाहिए
फिर बिजनेस मॉडल तय करें : इंडिपेंडेंट जिम, फ्रैंचाइजी या बुटीक स्टूडियो
निवेश : जैसे कार्डियो मशीनें, वेट्स और ग्रुप क्लासेस के लिए स्पेस
सर्टिफाइड ट्रेनर्स हायर करें और महिलाओं के लिए अलग सेक्शन या स्पेशल क्लासेस जैसे जुंबा, योगा रखें
मार्केटिंग में सोशल मीडिया, लोकल इवेंट्स और रेफरल प्रोग्राम का इस्तेमाल करें
कितना करना होगा निवेश?
एक अनुमान के अनुसार आपका शुरुआती निवेश 20-50 लाख तक हो सकता है। अच्छी बात ये है कि बेहतर प्लानिंग से ये निवेश 1-2 साल में रिकवर हो जाता है। हालांकि चुनौतियां भी हैं। जैसे कि कॉम्पिटिशन ज्यादा है, खासकर बड़ी जिम चेन से।
ऑपरेशनल कॉस्ट जैसे किराया, बिजली और मेंटेनेंस
मेंबर रिटेंशन मुश्किल होता है अगर सर्विस अच्छी न हो
ट्रेनर्स की कमी और सीजनल डिप (जैसे गर्मियों में कम मेंबर्स) भी समस्या है।
इन चुनौतियों से निपटने के लिए यूनिक ऑफरिंग्स दें, जैसे हाइब्रिड क्लासेस (ऑनलाइन-ऑफलाइन) या न्यूट्रिशन काउंसलिंग। क्वालिटी मेंटेन रखें और मेंबर्स से फीडबैक लें।
कितनी हो सकती है कमाई?
अनुमान के अनुसार एक बेसिक जिम में ₹1-5 लाख का रेवेन्यू आ सकता है, जबकि प्रीमियम जिम ₹20 लाख या उससे ज्यादा कमा सकते हैं। लेकिन प्रॉफिट के लिए स्मार्ट मैनेजमेंट और अलग-अलग तरह के रेवेन्यू सोर्स जरूरी हैं। दूसरी बात कि ये सिर्फ अनुमान हैं। असल में प्लानिंग और अन्य चीजों से कमाई तय होगी। बाकी खर्चे भी सामने आएंगे, जो आपका प्रॉफिट कम करेंगे।
