अब हिंद महासागर में घुसने से पहले सोचेगा चीन, भारत ने यहां बढ़ाया अपना दबदबा
भारतीय नौसेना ने हिन्द महासागर में अपनी उपस्थिति को विस्तार देते हुए सामरिक रूप से महत्वपूर्ण अंडमान निकोबार द्वीप समूह में गुरुवार को तीसरा हवाई अड्डा शुरू किया है. गौरतलब है कि पड़ोसी देश चीन भी हिन्द महासागर में अपनी सैन्य उपस्थिति को बढ़ा रहा है. नौसेना के शीर्ष कमांडरों की मौजूदगी में नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने नए एयरबेस आईएनएस कोहासा का उद्घाटन किया.
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डी. के. शर्मा ने कहा, ‘‘कोको द्वीप समूह (म्यामां) से निकटता और भारतीय विशेष आर्थिक जोन (ईईजेड) का विस्तार इस एयरबेस को बेहद महत्वपूर्ण बनाता है.’’ चीन द्वारा हिन्द महासागर में लगातार युद्धक पोत और पनडुब्बियां भेजे जाने की पृष्ठभूमि में भारतीय नौसेना भी इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ा रही है.
करीब एक साल पहले नौसेना ने हिन्द महासागर में युद्धक पोतों की तैनाती के संबंध में नई योजना बनाई थी ताकि क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को नियंत्रित किया जा सके. एडमिरल लांबा ने इस नए एरयबेस के महत्व के बारे में बातचीत की. आईएनएस कोहासा को यह नाम सफेद समुद्री बाज के नाम पर दिया गया है जो अंडमान-निकोबार द्वीप समूह का बड़ा स्थानीय शिकारी पक्षी है.
नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने गुरुवार को नौसेना वायु स्टेशन आईएनएस शिबपुर की आईएनएस कोहासा के रूप में शुरूआत की. नेवल वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष रीना लांबा ने जहाज के नाम की पट्टिका का अनावरण किया.
आईएनएस कोहासा के कमांडिंग अधिकारी, कमांडर कुलदीप त्रिपाठी ने जहाज का वारंट पढ़ा. आईएनएस कोहासा को यह नाम सफेद समुद्री बाज के नाम पर दिया गया है जो अंडमान-निकोबार द्वीप समूह का बड़ा स्थानीय शिकारी पक्षी है. नौसेना प्रमुख ने नये हवाई यातायात नियंत्रण भवन का भी उद्घाटन किया. एडमिरल लांबा ने नई इकाई के महत्व को भी बताया. उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र में नौसेना की संचालनात्मक क्षमता बढ़ेगी.