सीतामढ़ी जिले में लूट और हत्या के मामले में बंद दो आरोपियों की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई
हत्या और लूट के मामले में पुलिस कस्टडी में बंद दो आरोपियों की मौत के बाद हड़कंप मच गया है। इस मामले में कहा जा रहा है कि कस्टडी में पुलिस ने थर्ड डिग्री का प्रयोग कर दोनों की जान ले ली है। परिजनों ने इसकी हाईलेवल जांच की मांग की है, वहीं आठ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं इस मामले में अब जोनल डीआइजी ने खुद जांच की कमान संभाल ली है। डीआइजी रवींद्र कुमार गुरुवार को एसपी, डीएसपी सदर, क्यूआरटी जवान और डुमरा थाना के निलंबित थानाध्यक्ष से घटना की बाबत जानकारी ली।
उधर सीतामढ़ी में जहां लोगों में गुस्सा है, वहीं सोशल मीडिया पर भी लोग आक्रोश जता रहे हैं। इसके पूर्व बुधवार की रात पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए मृतक पूर्वी चंपारण जिले के चकिया थाना के रमडीहा निवासी गुफरान और तस्लीम के परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव लेने से इन्कार कर दिया था। नाराज परिजन सदर अस्पताल गेट पर धरना पर बैठ गए थे । रात 1.15 बजे एसपी अमरकेस डी के साथ डीआइजी रवींद्र कुमार सदर अस्पताल पहुंचे। परिजनों को इंसाफ का आश्वासन दिया।
डीआइजी के आदेश पर एसडीपीओ सदर ने परिजनों का बयान दर्ज किया। दो बजे रात को पुलिसिया व्यवस्था के बीच दोनों का शव चकिया भेजा गया। इधर, डीआइजी ने मामले को लेकर एसपी समेत पुलिस अधिकारियों को जम कर फटकार लगाई। जांच में दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है। हालांकि, स्थानीय पुलिस अब भी पुलिस पिटाई से इन्कार करते हुए मौत को संदिग्ध ही बता रही है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। पुलिस का कहना है कि दोनों लोग सामान्य थे, लोग उनसे मिलने आते थे। उनकी मौत की क्या वजह थी? इसकी जांच की जा रही है। उनके पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, उसके बाद ही कुछ पता चल सकेगा।
गौरतलब है कि दो अपराधियों को पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद इतनी पिटाई की, जिससे उनकी मौत हो गई। बताया जाता है कि सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर मे दर्ज 68 /2019 मामले में पुलिस ने देर रात पूर्वी चंपारण के चकिया के रामाडीह गांव से गुरुफान और तस्लीम नामक दो अपराधियों को गिरफ्तार किया था।
कहा जा रहा है कि अपराध कबूल करवाने के लिए दोनों की बेरहमी से पिटायी की गई, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई। दोनों को हालत गंभीर होने पर इलाज के लिए सीतामढ़ी सदर अस्पताल मे भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया। मामले की जानकारी सीतामढ़ी पुलिस को मिली तो अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए।
जिले के डीएम ने कहा कि सदर एसडीओ के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम के द्वारा मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जायेगा और पूरी प्रकिया की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। डीएम ने कहा है कि खाना खाने के बाद दोनों की तबीयत अचानक खराब हो गई थी, जिसके बाद दोनों को इलाज के लिये सीतामढ़ी सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
पुलिस की पिटाई से मौत को लेकर लोगों ने मचाया बवाल
सीतामढ़ी पुलिस की पिटाई से हुई लूट व हत्या के एक मामले में गिरफ्तार पूर्वी चंपारण के चकिया थानाक्षेत्र के रमडीहा निवासी मनाउल के पुत्र गुफरान व मुलाजिम के पुत्र तस्लीम की मौत से नाराज लोगों ने गुरुवार को चकिया में शव पहुंचने के साथ जमकर बवाल किया। नाराज लोग सुबह होने के साथ गांव में पहुंचे शवों को लेकर शहर में प्रवेश किया।
पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-28 पर ओझा टोला के पास पहुंचे। यहां आने के साथ लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर जबरदस्त आगजनी कर दी। शवों के एनएच पर रख दिया और पुलिस की इस कार्रवाई को बर्बर बताते हुए नारेबाजी करने लगे।
लोगों का आरोप था कि पुलिस ने मंगलवार की रात दोनों युवकों को उठाया और सीतामढ़ी में ले जाकर उनकी हत्या कर दी गई। सरकार इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराए। साथ ही मारे गए युवकों के परिजनों को सरकारी मुआवजा दिया जाए।
इस बीच नाराज लोगों के गुस्से को देखते हुए सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी व जवानों को चकिया शहर व एनएच पर तैनात किया गया है। ताकि कहीं से भी कोई आपात स्थिति पैदा नहीं हो। चकिया के पुलिस उपाधीक्षक शैलेंद्र कुमार और मेहसी थानाध्यक्ष अवनीश कुमार समेत कई थानों के थानाध्यक्ष नाराज लोगों को समझाने में लगे हैं।
एनएच पर लगा महाजाम
लोगों के आंदोलन के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। मोतिहारी से पटना और पटना से मोतिहारी की ओर आनेवालों वाहनों की लंबी कतार सड़क के दोनों तरफ लग गई है। फोर लेन पर वाहनों के जाम के कारण कई लोग रास्ता बदलने पर मजबूर हो गए हैं।
एसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम कर रही कैंप
घटना के बाद कायम तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा के नेतृत्व में पुलिस की विशेष टीम मौके पर कैंप कर रही है। लोगों के आक्रोश को कम करने की कवायद की जा रही है। लेकिन, आलम यह है कि नाराज ग्रामीण पुलिस को देखने के साथ नाराज हो जा रहे हैं।
यह है मामला
20 फरवरी 2019 को सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर हाई-वे पर बदमाशों ने मुजफ्फरपुर के औराई थानाक्षेत्र के जीवाजोर निवासी सत्यनारायण साह के पुत्र राकेश कुमार की गोली मार हत्या कर दी थी। हत्या के बाद उनकी बाइक लूट भाग निकले थे।
घटना के बाद मुजफ्फरपुर के आइजी सख्त हुए और सीतामढ़ी पुलिस ने छापे के दौरान चकिया के रमडीहा से दोनों युवकों को मंगलवार की रात गिरफ्तार किया। सीतामढ़ी ले जाने के बाद वहां के थाने में की गई पिटाई के कारण दोनों की मौत बुधवार को हो गई। गुरुवार को जब शव चकिया लाया गया तो लोगों का आक्रोश भड़क गया और लोग आंदोलित हैं।
कहा-एसपी ने
मामले में सीतामढ़ी पुलिस अधीक्षक ने चार लोगों को निलंबित किया है। निलंबित किए जानेवालों में संबंधित थानाध्यक्ष व तीन अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं। लोगों की मांग सामने आई है। इलाके में शांति बहाल करने की कोशिश की जा रही है। नाराज लोगों की मांग के अनुरूप आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।