घर लेना हो जाएगा और भी सस्ता, बस कुछ बातों का रखना होगा ध्यान…

आमतौर पर हम घर पसंद करने के बाद कीमत को लेकर मोलभाव करते हैं। इसके बाद होम लोन के लिए बैंक का रुख करते हैं। इसकी जगह पहले प्री-अप्रूव्ड (पूर्व स्वीकृत) लोन लेकर घर की खोज शुरू की जाए तो सस्ता घर खरीदने में मदद मिलती है।

पूर्व स्वीकृत होम लोन में बिल्डर को पता होता है कि ग्राहक घर खरीदने में ज्यादा संजीदा है। वहीं ग्राहक को भी यह पता होता है कि उसे कितना होम लोन मिल सकता है। इससे समय और परेशानी की बचत होती है। ऐसे में ग्राहक बिल्डर से घर की कीमत और सुविधाओं को लेकर ज्यादा बेहतर सौदेबाजी की स्थिति में रहता है।

बैंकों में सुविधा 

एसबीआई, एचडीएफसी जैसे कई बैंक यह सुविधा देते हैं। एसबीआई प्री-अप्रूव्ड लोन प्रॉपर्टी को अंतिम रूप देने से पहले ग्राहकों को होम लोन सीमा की मंजूरी प्रदान करता है। हाल ही में आईसीआईसीआई बैंक ने भी यह सेवा शुरू की है। बैंक तत्काल होम लोन के तहत नौकरी वाले को आवेदन करते ही एक करोड़ रुपये का कर्ज 30 साल तक के लिए उपलब्ध करा रहा है। 

बैंक और ग्राहक दोनों को होता है फायदा 

इससे बैंक को कारोबार बढ़ाने में मदद मिलती है वहीं ग्राहकों को आसानी से लोन मिल जाता है। कई बार बैंक पूर्व स्वीकृत पर्सनल लोन या कार लोन का भी विकल्प देते हैं। हालांकि अगर जरूरत हो तो ही इस तरह के विकल्प का चयन करें। इसके लिए बैंक कुछ फीस भी लेते हैं। 

दो तरह के विकल्प

पूर्व स्वीकृत लोन में बैंक सुरक्षित और असुरक्षितका विकल्प देते हैं। असुरक्षित श्रेणी के लोन में पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड आते हैं। वहीं सुरक्षित श्रेणी में कार और होम लोन आते हैं। .

ये समझदारी भरा फैसला 

– होम लोन पहले से मंजूर हो तो बिल्डर से सौदेबाजी करने में आसानी
– बिल्डर भी कम झंझट देखते हुए रियायत देने को हो जाते हैं राजी
– लोन के लिए कोई भागदौड़ नहीं करनी पड़ती
–  प्रापर्टी खोजने में ज्यादा समय दे सकते हैं।
– घर पसंद होने के बाद लोन मंजूर न होने की आशंका नहीं।
– दिन से ज्यादा की देरी पर ब्याज का भुगतान जरूरी

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