बंगाल में डॉक्टरों का आंदोलन: IMA का तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन, अमित शाह को लिखा पत्र

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने पश्चिम बंगाल में आंदोलनरत डॉक्टरों के प्रति एकजुटता जताते हुये शुक्रवार से चार दिन के राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा कर्मियों के प्रति हिंसा को रोकने के लिए एक केंद्रीय कानून बनाने का आग्रह किया.

देश में डॉक्टरों के इस शीर्ष निकाय ने हिंसा के किसी भी प्रकार सहित चिकित्सा सेवा कर्मियों के खिलाफ हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि शुक्रवार से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन शनिवार और रविवार को भी जारी रहेगा. इसमें डॉक्टर काले रंग के बिल्ले लगाएंगे और धरना देने के अलावा शांति मार्च निकालेंगे.

सोमवार को भी हड़ताल का आह्वान 
आईएमए ने 17 जून सोमवार को गैर आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं को बंद करने वाली हड़ताल का भी आह्वान किया.  शाह को लिखे एक पत्र में आईएमए ने कहा कि चिकित्सा संस्थानों और डॉक्टरों के प्रति हिंसा के खिलाफ एक केंद्रीय स्तर पर कानून बनाने का आग्रह किया.

आईएमए के महासचिव आरवी अशोकन ने कहा कि आईएमए एनआरएस मेडिकल कॉलेज में हिंसक भीड़ का शिकार बने डॉ. परिबाहा मुखर्जी के प्रति हुई हिंसा की निंदा करता है.

आईएमए ने सोमवार को राष्ट्रीय स्तरपर सभी चिकित्सा सेवा संस्थानों में गैर आवश्यक सेवाओं को रोके जाने का आह्वान किया. इसमें कहा गया है कि सुबह छह बजे से ओपीडी सेवाएं बंद कर दी जाएंगी. हालांकि, इस दौरान आपातकालीन सेवाएं काम करती रहेंगी.

ममता बनर्जी के भीतजे दिखे डॉक्टरों के साथ 
उधर कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं के बच्चे भी प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का साथ देते दिखे.

मुख्यमंत्री के भाई कार्तिक बनर्जी के पुत्र आबेश बनर्जी कोलकाता के केपीसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल हुये. वह इस अस्पताल में डॉक्टर हैं.

इसके अलावा कोलकाता मेयर और राज्य शहरी विकास मंत्री फरहाद हाकिम की बेटी सबा और टीएससी के वरिष्ठ नेता और सांसद काकोली घोष दस्तीदार के पुत्र बैद्यनाथ ने भी प्रदर्शनकारियों का साथ दिया.

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