वीमेन हेल्थ: महिलाओ में पीरियड्स और इससे सम्बंधित समस्याओ का कारण है ये विटामिन की कमी
महिलाओ में पीरियड और इससे जुडी समस्याओ का कारण है विटामिन डी जो इससे सम्बंधित कई करने को नियंत्रित करता है अधिकांश युवा महिलाओं में स्वास्थ्य संबंधी मुद्दा अनियमित पीरियड्स है। ऐसा पाया गया है कि लगभग 80% महिलाओं को uneven monthly cycle की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।’ आप में से बहुत से महिलाएं यह भी जानती होगी कि यह समस्या अनहेल्दी फूड्स और विटामिन डी की कमी के कारण होती है। इसलिए एक बैलेंस डाइट जिसमें सभी उचित विटामिन और पोषक शामिल होते हैं, हालांकि आपके पीरियड्स को एक मुद्दे के रूप में खुले तौर पर नहीं समझाया जा सकता है, लेकिन आपको अभी भी मूल तथ्य के बारे में यह जानना चाहिए कि मिनरल, पोषक तत्वों और विटामिन की कमी के कारण पीरियड्स और फर्टिलिटी से संबंधित सभी समस्याएं हो सकती हैं।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप एक कामकाजी महिला या एक गृहिणी हैं; यह कमी किसी में भी हो सकती है। सभी menstrual, pre-menstrual और post-menstrual syndrome का जो हर महिला समाना करती हैं, विटामिन डी की कमी इस समस्या का कारण है कैल्शियम के अवशोषण के लिए विटामिन डी आवश्यक है, और इसके लक्षण पीएमएस और menstrual symptoms के लक्षणों को खराब कर सकते हैं क्योंकि इन लक्षणों को दूर करने के लिए कैल्शियम की आवश्यकता होती है। regular periods के लिए, आपको विटामिन-डी के लेवल को बनाए रखना जरूरी है।
पीरियड्स के कई लक्षण जैसे nausea, cramping, diarrhea, bloating, vomiting और सोने में परेशानी शामिल हैं। इस समय के दौरान Prostaglandins के उत्पादन इन लक्षणों के लिए जिम्मेदार है। विटामिन डी इस हार्मोन के निर्माण को कम करने के लिए काम करता है, इसलिए यह पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्दपूर्ण साइड इफेक्ट से राहत देता है। पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी और कैल्शियम लेने से आप हार्मोनल इनबैलेंस और fluctuations के प्रभाव को कम करने में हेल्प मिलती हैं, जिसके परिणामस्वरूप आपको एक हैप्पी और healthier पीरियड्स होते है। इससे menses के अप्रिय प्रभाव भी कम हो जाते हैं।