गोल्डन कार्ड बनाने को एक माह चलेगा विशेष अभियान, पढ़िए पूरी खबर
अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के तहत लाभार्थियों को निश्शुल्क उपचार की सुविधा प्रदान करने के लिए गोल्डन कार्ड बनाने की मुहिम को अभियान के तौर पर चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए राज्य के सभी 13 जनपदों में विशेष अभियान आगामी 25 नवंबर से 25 दिसंबर तक चलेगा।
प्रदेश में अटल आयुष्मान योजना की शुरुआत पिछले वर्ष 25 दिसंबर से हुई थी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस योजना का उद्घाटन किया था। योजना शुरू होने के बाद से अब तक प्रदेश में 34 लाख गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं, जबकि योजना के तहत एक लाख पांच हजार लाभार्थियों का उपचार विभिन्न सूचीबद्ध अस्पतालों में किया जा चुका है। कैंसर, हृदय रोग, एक्सीडेंट, किडनी, न्यूरो सर्जरी आदि गंभीर बीमारियों से पीड़ित आठ हजार मरीजों का उपचार भी इस योजना के तहत हो चुका है।
गोल्डन कार्ड बनाए जाने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश अटल आयुष्मान योजना के अध्यक्ष डीके कोटिया ने सभी जनपदों जिलाधिकारियों दिए हैं। निर्देश में स्पष्ट है कि जनपदों में लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने के अभियान को पूर्ण रूप से सफल बनाएं। 20 नवंबर तक जनपदवार बनाए जा चुके गोल्डन कार्ड की समीक्षा की जाएगी।
वहीं शेष लाभार्थियों को इसका लाभ मिलेगा। इसे विशेष अभियान के दौरान पूर्ण कर लिया जाए। कहा कि एक माह तक चलने वाले विशेष अभियान के दौरान गोल्डन कार्ड बनाए जाने का कार्य जन सेवा केंद्रों पर किया जाएगा। सभी जनपदों के जिलाधिकारी चयनित स्थानों पर विशेष कैंप भी आयोजित करेंगे, ताकि अधिक से अधिक लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा सके। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि वह मुख्य चिकित्साधिकारियों व अन्य विभागों का सहयोग प्राप्त कर इस अभियान को सफल बनाए। इस अभियान की समीक्षा उच्च स्तर से की जाएगी।
देहरादून व हरिद्वार में बने सर्वाधिक गोल्डन कार्ड
अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना लागू हुए राज्य में एक साल का समय होने जा रहा है। इस योजना के तहत अब तक 34 लाख गोल्डन कार्ड बन गए हैं। स्टेट हेल्थ एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार 20 नवंबर तक जनपद पौड़ी में दो लाख 34 हजार, नैनीताल में तीन लाख 26 हजार, देहरादून में सात लाख, अल्मोड़ा में एक लाख 75 हजार, बागेश्वर में 76 हजार, हरिद्वार में पांच लाख नौ हजार, चंपावत 73 हजार, चमोली में एक लाख 39 हजार, उत्तरकाशी में एक लाख 35 हजार, उधमसिंह नगर में चार लाख 98 हजार, टिहरी में दो लाख 48 हजार, पिथौरागढ़ में एक लाख 48 हजार तथा रूद्रप्रयाग जनपद में 82 हजार गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं।