Delhi Assembly Election 2020 AAP सात जनवरी से प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी शुरू…
Delhi Assembly Election 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर दिल्ली में माहौल गरमाने लगा है। आम आदमी पार्टी (AAP) चुनाव की तैयारियों में सबसे आगे है। पार्टी का मकसद पहले से और अधिक सीटों के साथ सत्ता में वापसी है। AAP सात जनवरी से प्रत्याशियों की घोषणा शुरू कर देगी। कुछ विधायकों के टिकट कटने की संभावना है। 2015 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके कुछ चेहरों के भी विधानसभा चुनाव में ताल ठोकने की उम्मीद है। क्या है पूरी योजना और क्या रहेगी चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति। इसे लेकर AAP के दिल्ली संयोजक व दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री गोपाल राय से वीके शुक्ला ने बात की। प्रस्तुत हैं बातचीत के मुख्य अंश:-
इस विधानसभा चुनाव को आप किस रूप में ले रही है?
यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण चुनाव है। हम लोग विकास के नाम पर जनता के बीच हैं। इसे लेकर हम जनता से वोट मांग रहे हैं। जनता बहुत उत्साहित है। हर जगह केजरीवाल सरकार के काम की तारीफ हो रही है?
आप लोग कब से चुनाव प्रचार अभियान तेज करने जा रहे हैं?
हमारा चुनाव प्रचार अभियान एक सितंबर से चल रहा है। मैंने इसे शुरू किया और एक माह तक दिल्ली भर में जनसंवाद अभियान चलाया गया। इसके तहत चौराहों पर कार्यक्रम आयोजित कर दिल्ली सरकार के कामकाज पर आम जनता से राय ली गई। जिसमें जनता ने हमारी सरकार की भरपूर तारीफ की है। इस आयोजन में हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को बोलने का मौका नहीं दिया गया था। इसका मकसद यही था कि हमारे कार्य को लेकर जनता क्या सोचती है। इसके अलावा तीन अन्य श्रेणी के भी संवाद कार्यक्रम हो चुके हैं।
आप दिल्ली में भाजपा और कांग्रेस में से प्रतिद्वंद्वी किसे मानती है?
कांग्रेस डूबता हुआ जहाज है। शीला दीक्षित के जाने से दिल्ली में कांग्रेस का बचा खुचा समर्थन भी समाप्त हो गया है। प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक कांग्रेस में सब कुछ अस्तव्यस्त है। सुभाष चोपड़ा को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कोई भी वोट नहीं देगा। वहीं भाजपा के पास नेता और नीयत का अभाव है। भाजपा यह भी तय नहीं कर पा रही है कि मुख्यमंत्री का चेहरा किसे बनाए। मनोज तिवारी अपने लिए कोशिश कर रहे हैं और विजय गोयल अपने लिए माहौल बना रहे हैं। विजेंद्र गुप्ता अपनी गोटी बैठा रहे हैं। भाजपा में यही चल रहा है। अर¨वद केजरीवाल के सामने कांग्रेस और भाजपा के पास कोई नेता नहीं है।
वह कौन से कार्य हैं जिनका मलाल है कि दिल्ली सरकार इन्हें पूरा नहीं करा पाई?
दिल्ली सरकार ने जितने वादे किए थे उससे अधिक कार्य करवाए हैं। हर क्षेत्र में काम किया है। अनधिकृत कॉलोनियों से लेकर नियमित कॉलोनियों तक में आप के काम की चर्चा है। हम अपनी सरकार के कामकाज से खुश हैं। वैसे यह सवाल जनता से पूछा जाना चाहिए कि दिल्ली के लोग सरकार के कामकाज से कितना खुश हैं? जहां तक हमारी बात है तो दो मुद्दे ऐसे जरूर हैं जिनके पूरा न होने का हमें मलाल है। ये जन लोकपाल और स्वराज बिल हैं। सत्ता में आने के छह माह में ही हमने दिल्ली विधानसभा से पास कर केंद्र सरकार के पास भेज दिया था। मगर केंद्र सरकार ने अनुमति नहीं दी। ये पास हो जाते तो दिल्ली की व्यवस्था में बहुत बड़ा बदलाव दिखाई देता। जनता को हम और सहूलियतें दे पाते।
दिल्ली विधानसभा के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कब तक होगी?
जनवरी के पहले सप्ताह में चयन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और संभवत: सात जनवरी से प्रत्याशियों की घोषणा शुरू हो जाएगी।
क्या कुछ विधायकों के टिकट कटेंगे और क्या लोकसभा चुनाव लड़ चुके कुछ प्रत्याशी भी विधानसभा चुनाव में उतारे जाएंगे?
अभी इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा। सभी विधानसभा क्षेत्रों का आकलन किया जा रहा है। जिन विधायकों का कामकाज संतोषजनक नहीं मिलेगा, उन्हें बदला भी जा सकता है। जहां तक लोकसभा चुनाव लड़े प्रत्याशियों की बात है तो कुछ लोकसभा प्रत्याशी रहे चेहरे भी विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी हो सकते हैं।
आपका विधानसभा क्षेत्र बाबरपुर है, अपने क्षेत्र में विकास कार्यो को लेकर कितने संतुष्ट हैं?
बाबरपुर क्षेत्र में लंबे समय तक भाजपा के विधायक रहे हैं। एक बार कांग्रेस से भी रहे हैं। मगर विकास कार्यो पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। यह क्षेत्र लंबे समय तक उपेक्षित रहा है। हमने काम शुरू करवाए। बहुत से काम किए हैं। मोहल्ला क्लीनिक बने हैं। पानी व सीवर की लाइनें बदली गई हैं। गलियां सड़कें बनी हैं। एक मिनी अस्पताल बनवाया है। मगर एक बड़ा अस्पताल बनवाने का मेरा लक्ष्य पूरा नहीं हो सका है। इलाके में जो भी जमीने हैं वह डीडीए की हैं। हम प्रयास में लगे हैं कि हमें जमीन मिल जाए, हम एक बड़ा अस्पताल बनवाएंगे और कुछ नए स्कूल भी बनेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलीला मैदान में रैली के दौरान दिल्ली के लोगों को अनधिकृत कॉलोनियों को पास करने का तोहफा देने की बात कही है और उन्होंने गंदे पानी का मुद्दा भी उठाया है? आप क्या कहेंगे?
जनता को जिस बात का डर था वही हुआ है। हम बार-बार कह रहे थे कि अनधिकृत कॉलोनियों के लोगों को रजिस्ट्री दो, मगर रजिस्ट्री नहीं दी जा रही हैं। यहां साफ हो रहा है कि जिस तरह कांग्रेस ने प्रोविजनल सर्टिफिकेट बांट कर जनता को गुमराह किया था, वही कार्य अब भाजपा कर रही है। भाजपा अनधिकृत कॉलोनियों के लोगों का वेबसाइट पर पंजीकरण कर रही है। हम यह बार-बार दोहरा रहे हैं कि इन्हें गुमराह मत करो। इन्हें रजिस्ट्री का हक दो। यहां सड़कें गलियां, पानी, सीवर की लाइन से लेकर स्ट्रीट लाइट तक तो अर¨वद केजरीवाल लगवा रहे हैं। जहां तक गंदे पानी की बात है तो अगर कहीं से शिकायत आती है तो उसे ठीक करवाया जाता है। केंद्र सरकार के एक मंत्री कह चुके हैं कि दिल्ली का पानी साफ है तो ऐसे में प्रधानमंत्री जी द्वारा पानी का मुद्दा उठाया जाना समझ से परे है। मुङो ऐसा लगता है कि दिल्ली सरकार के कामकाज पर सवाल उठाने का मौका न मिलने के चलते प्रधानमंत्री जी ने इसे उठाया है।
नागरिकता संशोधन कानून पर AAP का क्या कहना है?
दिल्ली की जनता विकास चाहती है। इस बारे में कहने में कोई संकोच नहीं है कि भाजपा बांटने की राजनीति कर रही है। दिल्ली में विधानसभा चुनाव में भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है। भाजपा चुनाव से पहले जो करती रही है वही अब करने का प्रयास कर रही है। मगर दिल्ली की जनता बहुत समझदार है, यहां हंिदूू मुस्लिम एकता कायम रहेगी। जनता भाजपा को इसका मुंहतोड़ जवाब देगी।