खुशखबरी: अब SBI के ग्राहक घर बैठे कमा सकते है पैसे… हर महीने होगी इतनी कमाई
भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) अपने ग्राहकों एन्युटी डिपॉजिट स्कीम (SBI Annuity Deposit Scheme) ऑफर करता है जिसके तहत हर महीने एक फिक्स्ड इनकम (Fixed Monthly Income) हो होती है. SBI के इस स्कीम के तहत डिपॉजिटर्स को हर महीने एक फिक्स्ड इनकम मिलती है. इसके लिए उन्हें एक बार ही बैंक में एक तय रकम डिपॉजिट करना होता है. SBI की यह खास स्कीम उन लोगों के लिए है जो अपनी सेविंग की मदद से हर महीने एक तय इनकम पाना चाहते हैं. आइए जानते हैं इस स्कीम के तहत मिलने वाले ब्याज से लेकर अवधि समेत अन्य जानकारियों के बारे में…
SBI की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, इस स्कीम के तहत डिपॉजिटर्स को हर महीने इक्वेटेड मंथली इनकम (EMI) के तौर पर एक तय रकम दिया जाता है. इसमें प्रिंसिपल अमाउंट के साथ ब्याज भी होता है. इस प्रकार अकाउंट होल्डर को उसके डिपॉजिट के साथ-साथ ब्याज भी मिलता है. इस स्कीम के तहत बैंक डिपॉजिट जमा करने के अगले महीने से ही ब्याज देना शुरू कर देता है. मान लीजिए कि आपने इस स्कीम के तहत 28 फरवरी को डिपॉजिट किया है तो इसपर आपको 27 मार्च से ही डिपॉजिट मिलना शुरू हो जाएगा.
SBI के एन्युटी डिपॉजिट स्कीम के तहत अधिकतम डिपॉजिट की कोई लिमिट नहीं है. लेकिन, इस स्कीम का लभ लेने के लिए अकाउंट होल्डर को कम से कम 25 हजार रुपये इस स्कीम के तहत डिपॉजिट करना अनिवार्य है.
कितना मिलेगा ब्याज?
इस स्कीम पर मिलने वाला ब्याज फिक्स्ड या टर्म डिपॉजिट जितना ही होता है. साथ ही, यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि इस स्कीम के लिए डिपॉजिटर किसी अवधि को चुनता है. हाल ही में रिवाइज्ड ब्याज रेट के बाद, 1 से 10 साल के बीच मैच्योर होने वाले एफडी पर यह बैंक 6 फीसदी की दर से ब्याज देता है. ऐसे में, 36 महीने, 60 महीने, 84 महीने या 120 महीने के लिए SBI एन्युटी डिपॉजिट स्कीम पर 6 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा.
अवधि: SBI एन्युटी डिपॉजिट स्कीम में ग्राहकों को कई मैच्योरिटी पीरियड का विकल्प मिलता है. डिपॉजिटर्स के पास विकल्प होता है कि वो 3 से 5 साल, 7 साल और 10 साल के विकल्प में से किसी एक विकल्प को चुनें.
प्रीमेच्योर पेमेंट: SBI की वेबसाइट के मुताबिक, SBI एन्युटी डिपॅजिट स्कीम के तहत प्रीमैच्योरिटी पेमेंट केवल डिपॉजिटर के मौत के बाद ही मिल सकेगा.
अन्य सुविधाएं: इस स्कीम के तहत डिपॉजिटर्स को नॉमिनेशन की सुविधा मिलती है. डिपॉजिटर के तौर आपको ओवरड्राफ्ट या लोन की सुविधा भी मिलेगी. लोन की रकम डिपॉजिट का 75 फीसदी तक हो सकता है.