पाकिस्तान में खतरे में नौनिहाल, 6 महीने में बाल यौन शोषण के 1300 मामले आए सामने

कश्मीर में मानवाधिकारों पर लंबी-लंबी बातें करने वाले पाकिस्तान में खुद मानवाधिकारों का कितना उल्लंघन किया जाता है, इसको हम सभी जानते हैं। पाकिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर एक ऐसा ही आंकड़ा सामने आया है। पाकिस्तान में लोगों के साथ बच्चे भी अब खतरे में आ गए हैं। पाकिस्तान में पिछले 6 महीने में बच्चों के खिलाफ अपराध बेतहाशा बढें हैं। इस साल जनवरी से जून के बीच पाकिस्तान में बच्चों के खिलाफ बाल यौन शोषण के 1300 से अधिक  के मामले सामने आए हैं।

Pok, बलूचिस्तान में बाल यौन शोषण के मामले

गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) साहिल द्वारा संकलित रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले 6 महीने में 729 लड़कियों और 575 लड़कों का किसी तरह का यौन शोषण किया। इस तरह कुल मिलाकर 6 महीने में पाकिस्तान के अंदर बच्चों के खिलाफ यौन शोषण के 1300 केस दर्ज किए गए हैं।

न्यूज इंटरनेशनल ने शनिवार को खबर दी। आंकड़ों के मुताबिक पंजाब में 652, सिंध में 458, बलूचिस्तान में 32, जबकि खैबर पख्तूनख्वा में 51 मामले सामने आए हैं। इसी तरह इस्लामाबाद में बच्चों के खिलाफ यौन अपराध के 90 मामले सामने आए तो पीओके में 18 और गिलगित बाल्टिस्तान में ऐसे तीन मामले सामने आए है।रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अकेले लाहौर में 50 से अधिक बच्चे यौन शोषण का शिकार बने। यह भी पता चला कि मदरसों में 12 नाबालिग लड़कियों और लड़कों ने यौन शोषण का सामना किया।

पाकिस्तान में मिले 3 बच्चों के शव

बता दें, कसूर के चुनियन इलाके से लापता चार बच्चों में से कम से कम तीन के शव मंगलवार को पाए जाने के बाद यह रिपोर्ट सामने आई है। पुलिस ने कहा कि सभी तीनों पीड़ितों को दफनाने से पहले बलात्कार किया गया था। कसूर पुलिस ने कहा कि लापता चार बच्चों में से केवल एक का शव बरामद किया गया है, जबकि अन्य दो के अवशेष पाए गए हैं जिन्हें डीएनए परीक्षण के लिए भेजा जाएगा।

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