बच्चे को जन्म देने के 6 घंटे बाद, नवजात के साथ परीक्षा देने पहुंची छात्रा
बिहार के सारण जिले के तरैया रेफरल अस्पताल में मंगलवार सुबह 6 बजकर 22 मिनट पर बच्ची को जन्म देने के 6 घंटे बाद एक महिला इंटर की परीक्षा देने केंद्र पर पहुंची। जानकारी के अनुसार नारायणपुर गांव निवासी युवक मालिक राय की पत्नी कुसुम कुमारी इंटर की परीक्षार्थी है। परीक्षा के दूसरे दिन मंगलवार को उसे प्रसव पीड़ा हुई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। मंगलवार को ही सुबह उसने सामान्य रूप से बच्ची को जन्म दिया है। फिर सुबह 10 बजे उसने अस्पताल प्रशासन से डिस्चार्ज करने का अनुरोध किया।
कुसुम बंगरा लोकमान्य हाई स्कूल इंटर कॉलेज की छात्रा है। उसका केंद्र छपरा शहर के गांधी हाई स्कूल में है। नवजात बच्ची को लेकर परीक्षा देने गई छात्रा ने बताया कि शरीर में कमजोरी व सर में चक्कर है लेकिन परीक्षा नहीं देने पर 1 साल बेकार हो जाएगा। सभी ने परीक्षार्थी के पढ़ने के जज्बे व साहस की सराहना की।
परीक्षार्थियों के बेहोश होने से केंद्रों पर रही अफरातफरी
बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा के दूसरे दिन मंगलवार को परीक्षार्थियों के बेहोश होने से केंद्राधीक्षक से लेकर अभिभावकों में अफरातफरी रही। रामेश्वर कॉलेज केंद्र पर छात्र और आरएमएलवाई डिग्री कॉलेज में छात्रा बेहोश हो गई। आनन-फानन में एम्बुलेंस से इनको अस्पताल भेजा गया। अब इसे परीक्षा का डर कहे या मौसम की मार, केंद्रों से परीक्षार्थियों की तबीयत बिगड़ने की सूचना मजिस्ट्रेट की ओर से कंट्रोल रूम को दी जाती रही। केंद्राधीक्षक और पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट की सूचना पर प्रशासनिक नियंत्रण कक्ष के अधिकारी ने उन्हें तुरंत एम्बुलेंस से भेजा। वहीं कई जगह जब अस्पताल भेजने की बात आई तो परीक्षार्थी ने खुद ही जाने से मना कर दिया। परीक्षा से निकल जाने की बाबत तो परीक्षार्थी तैयार थे, मगर अस्पताल जाने के नाम पर मना कर दिया। मंगलवार को पहली पाली में मैथ और दूसरी पाली में भूगोल की परीक्षा थी।
रामेश्वर कॉलेज केन्द्र पर पहली पाली में परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद ही एक छात्र के बेहोश होने की सूचना मिली। कंट्रोल रूम के अधिकारी डीपीओ एसएसए डॉ. अमरेन्द्र पांडेय ने बताया कि छात्र ने पहले पेट दर्द होने की बात कही और फिर बेहोश हो गया। वहीं आरएमएलवाई डिग्री कॉलेज में परीक्षा शुरू होने के दो घंटे बाद एक छात्रा ने पेट दर्द की बात कही। उसके बेहोश होने की सूचना दी गई, मगर जब एम्बुलेंस भेजा जाने लगा तो छात्रा ने मना कर दिया। पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट ने बताया कि छात्रा परीक्षा से बाहर निकलने की अनुमति मांग रही थी, पर इस तरह का निर्देश नहीं है।