अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजन के सम्बंध में मंडलायुक्तों/जिलाधिकारियों/पुलिस कप्तानों को मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश
– महिला सम्मान व स्वावलंबन को समर्पित इस अंतरराष्ट्रीय दिवस पर अंतर्विभागीय समन्वय के साथ वृहद आयोजन किए जाएं।राज्य मुख्यालय पर मुख्य आयोजन के साथ-साथ जिलों में भी आयोजन होंगे। जनपदों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में प्रभारी मंत्रीगणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता हो। उत्कृष्ट-प्रेरणास्पद कार्य करने वाली महिलाओं को समाज के समक्ष मिसाल के तौर पर प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
– लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में सेफ सिटी अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी। महिला स्वावलंबन की मिसाल पेश करने वाली 11 उत्कृष्ट महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों की प्रेरणादायी महिलाएँ अपनी संघर्ष की कहानी भी साझा करेंगी। उच्चतम न्यायालय की सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा मिश्रा की होगी विशिष्ट उपस्थिति।
– मिशन शक्ति के पहले चरण के परिणाम उत्साहवर्धक रहे हैं। महिलाओं और बच्चों के विरुद्ध अपराधों में त्वरित और सख्त कार्रवाई की गई है। इन कार्रवाइयों से समाज में एक अच्छा संदेश गया है। मिशन शक्ति में अच्छा सहयोग करने वाली महिलाओं/संगठनों को सम्मानित किया जाएगा।
– खेतिहर महिला श्रमिकों, स्लम क्षेत्रों में महिला अधिकारों के सम्बंध में जागरूकता का विशेष अभियान संचालित किया जाए।
– 1090, 112, 181, 1076 जैसे हेल्पलाइन की हर माह समीक्षा की जाए। पीड़िताओं की काउंसिलिंग की जाए। अधिकारी गण यह समझें कि हेल्पलाइन नंबर समस्या का समाधान नहीं है। बल्कि यह समस्याओं के निस्तारण का मंच है।
– किसी प्रकार की आपराधिक घटना से पीड़ित बेटियों- महिलाओं से स्थानीय प्रशासन सतत संवाद बनाये रखे। उनकी जरूरतों/समस्याओं का यथोचित निदान करें।
– सभी तहसीलों में महिलाओं की राजस्व संबंधी शिकायतों पर पूरी गंभीरता बरती जाए। महिला मंगल दलों का गठन किया जाए। उन्हें प्रशिक्षित किया जाए।
– हर माह जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक स्थानीय जिला जज के साथ जिला मॉनीटरिंग कमेटी की बैठकों में प्रतिभाग सुनिश्चित करें।
– महिलाओं के विरुद्ध अपराधों और पॉक्सो एक्ट के केस में अतिरिक्त संवेदनशीलता के साथ तत्परतापूर्वक किया जाए। ऐसे केस की समयबद्ध रूप से विवेचना की जाए। इन प्रकरणों की साप्ताहिक/पाक्षिक समीक्षा की जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है।
– स्वामित्व योजनांतर्गत पट्टे देने में महिलाओं को प्राथमिकता दें। यथासंभव महिला के नाम से ही पट्टा दिया जाए। इसी प्रकार, 8-15 मार्च के बीच वरासत अभियान में महिलाओं के लंबित आवेदनों को प्राथमिकता से निस्तारित किया जाए।
– पुलिस की पेट्रोलिंग टीम लगातार गश्त करे। अपराधी के मन में कानून का भय होना चाहिए।
– शिवरात्रि के अवसर पर शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी उपस्थिति होगी। इन स्थलों में पुलिस बल की तैनाती रहे। होली समीप है। होलिका दहन भीड़भाड़ से दूर स्थलों पर हो तो बेहतर। परंपरा बनी रहे, लेकिन सामान्य आवागमन भी प्रभावित न हो। इस सम्बंध में होलिका समितियों से संवाद बनाया जाए। अराजक तत्वों पर नजर रखी जाए।
– पंचायत चुनाव समीप है। मिलावटी, अवैध कच्ची शराब के सम्बंध में सतर्कता जरूरी है। सघन चेकिंग की जाए। गृह विभाग और आबकारी विभाग इस संबंध में अभियान चलाए। बॉर्डर क्षेत्रों में विशेष सतर्कता की आवश्यकता है।