चारधाम यात्रा पर पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों की इतने फीसदी घटी संख्या, रजिस्ट्रेशन से रोक पर नहीं जा पा रहे धाम

चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण की बाध्यता के बाद भीड़ रोकने को पंजीकरण बंद अगले सात दिन के लिए बंद कर दिए गए। इसका असर चारों धामों पर पड़ा है। धामों में यात्रियों का दबाव भी कम हुआ है। गुरुवार को यात्रा के प्रमुख पड़ावों पर यात्री वाहनों की संख्या में कमी नजर आई। वहीं केदारनाथ जाने वाले यात्रियों की संख्या में भी 20 फीसदी की कमी आई है।

रुद्रप्रयाग: नियंत्रण में आई केदारनाथ यात्रा
बीते कई दिनों से अत्यधिक भीड़ के कारण केदारनाथ यात्रा में यात्रियों के साथ ही पुलिस और प्रशासन को मुश्किलें जरूर हुई किंतु अब यात्रा पूरी तरह नियंत्रण में है। सोनप्रयाग में अब केदारनाथ जाने वाले यात्रियों के लिए ज्यादा मुश्किलें नहीं हो रही है। सोनप्रयाग में सेक्टर प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले तक सोनप्रयाग से केदारनाथ जाने वाले यात्रियों की संख्या 18 से 20 हजार थी, जिसमें अब 20 फीसदी की कमी आई है। शुक्रवार को दो बजे तक केदारनाथ जाने वाले यात्रियों की संख्या 16 हजार थी।

नई टिहरी: चंबा से गुजरने वाले वाहनों में भी कमी
ऑफलाइन पंजीकरण बंद होने से यात्रा रूटों पर यात्री वाहन शुक्रवार को पहले के मुकाबले कम नजर आए। चंबा के व्यापार मंडल अध्यक्ष विशन सिंह का कहना है कि बड़े वाहन टनल के रास्ते भेजे जा रहे हैं, लेकिन टिहरी झील से होकर आने वाले वाहन चंबा बाजार से आते हैं, लेकिन शुक्रवार को ऐसे वाहनों की संख्या में काफी कम रही। जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी का कहना है कि पंजीकरण बंद होने से यात्रा रूटों पर यात्रियां की संख्या में कुछ कमी दिखी है, लेकिन यात्री निरंतर धामों की ओर जा रहे हैं।

देवप्रयाग: पंजीकरण न होने से पड़ा है असर
चारधाम यात्रा के प्रमुख पड़ाव देवप्रयाग के व्यापारी दीपक, महेश और सोहन ने बताया की अन्य दिनों की अपेक्षा यात्रा रूट पर यात्रियों की संख्या शुक्रवार को कम रही है। वह कहते हैं कि ऐसा लग रहा है कि पंजीकरण न होने से श्रद्धालु यात्रा पर नहीं आ पा रहे हैं।

श्रीनगर: वाहनों का दबाव 20 फीसदी कम हुआ
श्रीनगर से गुजरने वाले यात्री वाहनों की संख्या में भी कमी आई है। दो दिन पहले तक ट्रैफिक की जो स्थिति यात्रा मार्ग पर थी, वह स्थिति शुक्रवार को नहीं दिखी। श्रीनगर कोतवाली निरीक्षक हरिओम चौहान के मुताबिक यात्रा मार्ग पर वाहनों के दबाव में 20 फीसदी की कमी आई है।

उत्तरकाशी: गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में घटने लगी यात्रियों की संख्या
गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में भी यात्रियों की संख्या में कमी आई है। बिना पंजीकरण तीर्थयात्रियों चारधाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं को ऋषिकेश में रोकने जाने के बाद गंगोत्री धाम में गुरुवार को 9403 यात्री पहुंचे थे, जबकि यहां कुछ दिन पहले तक 16 से 20 हजार तक यात्री पहुंच रहे थे। यही स्थिति यमुनोत्री में भी है। एसपी उत्तरकाशी अपर्ण यद्धुवंशी का कहना है कि यात्रा नियंत्रित तरीके से चल रही है, बिना पंजीकरण यात्रियों को ऋषिकेश में ही रोका जा रहा है, जो यात्री उत्तरकाशी पहुंच रहे हैं, उन्होंने धामों के दर्शन के लिए जाने दिया जा रहा है।

चमोली: बदरीनाथ में रही भीड़
बदरीनाथ धाम में देर सांय तक यात्रियों का बदरीनाथ आने का सिलसिला जारी रहा। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया 20 मई शाम 4 बजे तक 13465 तीर्थयात्री श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे। पुलिस उपाधीक्षक धन सिंह तोमर ने बताया बद्रीनाथ आने वाले वाहनों के आवागमन का सिलसिला जारी है और हेमकुंड यात्रा शुरू होने के साथ हाईवे पर वाहनों का दबाव और बढ़ेगा। इसके लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।

ऋषिकेश: बसों के लिए मारामारी कम हुई
यातायात पर्यटन विकास सहकारी संघ के उपाध्यक्ष नवीन रमोला के मुताबिक पंजीकरण को लेकर श्रद़्धालुओं में असमंजस की स्थिति है। यह यात्रा के लिहाज से पीक समय है, बसों को लेकर जिस तरह की मारामारी पिछले दिनों चल रही थी, ऐसा दो दिन से नहीं है। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में सुधार लाना जरूरी है।

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