ममता के पैर में आई गंभीर चोट, बुखार और सीने में दर्द, 48 घंटे का मेडिकल ऑब्जर्वेशन
नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान घायल हुईं सीएम ममता बनर्जी का कोलकाता के SSKM अस्पताल में इलाज जारी है. कल देर रात उनकी एक्सरे और ECG जांच की रिपोर्ट आ गई. नम आंखों के साथ ममता के समर्थक उनकी सेहत से जुड़ी अच्छी खबर के इंतजार में रात भर अस्पताल परिसर में ही मौजूद रहे. आखिरकार इनकी दुआ रंग लाई और डॉक्टरों ने एक्स-रे और ईसीजी जांच के बाद बताया कि ममता के पैर की हड्डी नहीं टूटी है, लेकिन उनके पैर में सॉफ्ट टीश्यू डैमेज है.
पैर में चोट लगने के बाद ममता ने सीने में दर्द की शिकायत भी की थी. डॉक्टरों ने उनकी ईसीजी जांच की, ममता की ईसीजी जांच रिपोर्ट नॉर्मल है. रात में ही ममता बनर्जी का सीटी स्कैन किया गया है और टेम्परेरी प्लास्टर भी किया गया है. अगले 48 घंटे ममता बनर्जी डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगी.
अभिषेक बनर्जी ने ममता का हाल बताया
इस बीच टीएमसी सांसद और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने अस्पताल में भर्ती मुख्यमंत्री की तस्वीर ट्वीट की. उन्होंने कहा, ”बीजेपी दो मई को बंगाल के लोगों की ताकत देखेगी”.
मतलब ये कि ममता बनर्जी को जो दर्द मिला है टीएमसी उस दर्द की सहानुभूति के रास्ते बीजेपी को सियासी पटखनी देने की तैयारी कर चुकी है. इसकी बुनियाद तभी पड़ गई थी जब कराहती आवाज में ममता, मीडिया से मुखातिब हुई थीं. ममता का ये दर्द कहीं बीजेपी के लिए सियासी सिरदर्द ना बन जाए. इसलिए बीजेपी की पूरी फौज मैदान में उतर आई और इसे ममता का पॉलिटिकल ड्रामा बताया. ये पहला मौका है जब बीजेपी के इस सुर में कांग्रेस भी सुर मिला रही है.
आखिर ऐसा क्या हुआ, जिससे ममता को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा
दरअसल, कल नामांकन दाखिल करने के बाद ममता बनर्जी लगातार मंदिरों में जाकर दर्शन कर रही थीं. लोगों से मिल रही थीं. इसी दौरान एक जगह भीड़ होने की वजह से उनके पैर में चोट लग गई. घटना के तुरंत बाद ममता ने बताया कि बीजेपी ने साजिश के तहत उन पर हमला किया है. घटना के बाद नंदीग्राम से कोलकाता तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ममता बनर्जी SSKM अस्पताल पहुंचाया गया. उनके इलाज के लिए यहां पहले से चार डॉक्टरों की टीम तैयार थी. इस टीम में कॉर्डियोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट, ऑर्थोपेडिक सर्जन, मेडिसिन स्पेशलिस्ट