टिहरी झील में एडवेंचर स्पोर्ट्स की बढ़ती गतिविधियों देखते हुए बढ़ेगी सुरक्षा, जल्द ही तैनात होगी हाई स्पीड मोटर बोट

 टिहरी झील में एडवेंचर स्पोर्ट्स की बढ़ती गतिविधियों और पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस यहां सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने जा रही है। इसके तहत झील में जल्द ही एक हाई स्पीड मोटर बोट तैनात की जाएगी। यह बोट राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की ओर से खरीदी जा रही है। झील में कोई भी घटना होने पर इस मोटर बोट से तेजी से राहत और बचाव कार्य किया जाएगा। 

40 वर्ग किलोमीटर दायरे में फैली टिहरी झील में अभी राहत और बचाव कार्य के लिए राफ्ट या क्याक का सहारा लिया जाता है। इससे प्रभावितों तक उतनी तेजी से मदद नहीं पहुंच पाती। उसपर झील की लोकप्रियता बढऩे से यहां पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से झील में हाईटेक संसाधनों की जरूरत महसूस की जाने लगी है। इसे देखते हुए ही एसडीआरएफ ने हाईस्पीड मोटर बोट खरीदने का निर्णय लिया है। आपदा और रेस्क्यू के मद्देनजर एसडीआरएफ ने एक टीम भी टिहरी झील के लिए गठित कर दी है।

31 मार्च तक हो जाएगी खरीद

उप महानिरीक्षक (डीआइजी) एसडीआरएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि हाईस्पीड मोटर बोट मुंबई की एक निजी कंपनी से खरीदी जा रही है। खरीद की सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। उम्मीद है कि 31 मार्च तक खरीद पूरी हो जाएगी और मोटर बोट को टिहरी झील में उतार दिया जाएगा। हाईस्पीड मोटर बोट में 70 हॉर्स पावर का डबल इंजन होगा। इसके अलावा दो रेस्क्यू मोटर बोट भी खरीदी जा रही हैं। मध्य प्रदेश की एक निजी कंपनी से खरीदी जा रहीं दोनों रेस्क्यू मोटर बोट को हरिद्वार में हर की पैड़ी में तैनात किया जाएगा। 

रुद्रप्रयाग, देवप्रयाग, शिवपुरी और त्रिवेणीघाट में जल पुलिस तैनात

नदियों में श्रद्धालुओं के डूबने की घटनाओं को देखते हुए रुद्रप्रयाग, देवप्रयाग और ऋषिकेश के शिवपुरी व त्रिवेणी घाट में जल पुलिस तैनात कर दी गई है। पीएसी की दो बाढ़ राहत कंपनियों का गठन भी किया गया है, जो राहत कार्य में जुटेंगी। 

उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि उत्तराखंड में जल पुलिस का बड़ा महत्व है। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु नदियों में स्नान करने के लिए आते हैं। सभी जगहों पर नदियों में डूबने की घटनाएं व दुर्घटनाएं होती रहती हैं। रेस्क्यू को और बेहतर बनाने के लिए हाईस्पीड मोटर बोट खरीदी जा रही है, जिसे टिहरी झील में लगाया जाएगा। 

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