उत्तराखंड में होलिका दहन को लेकर प्रशासन ने जारी किए दिशा- निर्देश, इस बात का रखना होगा ध्‍यान

होलिका दहन रविवार को होगा है। कुमाऊं में होलिका दहन के लिए ढाई घंटे का मुहूर्त है। व्रती महिलाएं दोपहर में होलिका पूजन करेंगी। कोरोना को देखते हुए इस बार विशेष सावधानी के साथ होलिका दहन करना होगा। प्रदेश सरकार ने इसके लिए गाइडलाइन भी जारी की है। आयोजन स्थल पर 100 से अधिक लोगों के एकत्र होने पर मनाही है। कार्यक्रम स्थल पर क्षमता से आधे लोग ही जमा हो सकेंगे। शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। 60 साल से अधिक आयु के बुजुर्ग व दस साल से कम आयु के बच्चे, संक्रमित व बीमा लोगों को होली के कार्यक्रम से दूर रहने की हिदायत दी गई है।

हल्द्वानी में यहां जलेगी होली
शहर में मंडलपड़ाव स्थित होली मैदान होलिका दहन का प्रमुख स्थल रहता है। इसके अलावा पटेल चौक, कुल्यालपुरा चौराहा, पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच हीरानगर व राजपुरा में होलिका जताई जाएगी। ज्योतिषाचार्य डा. नवीन चंद्र जोशी ने बताया कि होलिका दहन के लिए शाम 6:30 बजे से रात्रि 9 बजे तक उत्तम मुहूर्त है।

होलिका दहन के समय नहीं रहेगी भद्रा
इस साल होलिका दहन के समय भद्रा नहीं रहेगी। रविवार को भद्रा दोपहर करीब डेढ़ बजे तक रहेगी। सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग भी रहेगा। रविवार शाम 6 बजे तक उत्तराभाद्रपद नक्षत्र व इसके बाद हस्त नक्षत्र रहेगा। दोनों नक्षत्र की वजह से मित्र व मानस नाम का शुभ योग बन रहा है।

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