कांग्रेस MLA संजय शुक्ल ने गवर्नमेंट से मांगे पांच हजार रेमडेसिवीर इंजेक्शन
इंदौर: कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने राज्य सरकार से इंदौर के लिए 5000 रेमडेसिवीर इंजेक्शन उपलब्ध कराने का अनुरोध कर रहे है । उन्होंने कहा है कि यह इंजेक्शन न्यायोचित कीमत पर उन्हें उपलब्ध किया जा रहा है । वह इस इंजेक्शन को जरूरतमंद मरीजों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे है।
कोविड के संक्रमित मरीजों के उपरांत के लिए इंदौर में चिन्हित किए गए अस्पतालों में से सबसे प्रमुख सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का कल शाम को पीटीई कीट पहन कर शुक्ला ने दौरा किया था । इस बीच हॉस्पिटल के अधीक्षक सहित हॉस्पिटल प्रबंधन के अधिकारी भी मौजूद थे । इस दौरे के बीच कई मरीज इस हॉस्पिटल में ऐसे मिले जो कि गंभीर हालत का सामना करना पड़ा हैं । इन मरीजों को रेमडेसिवीर इंजेक्शन की आवश्यकता है। यह इंजेक्शन कालाबाजारी का शिकार है। इस वक़्त तो स्थिति यह हो गई है कि जरूरतमंद मरीजों को मुंह मांगी कीमत पर भी यह इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
विधायक शुक्ला ने कहा कि हॉस्पिटल में इंजेक्शन की आवश्यकता की स्थिति को देखने और जानने के पश्चात वह खुद दवा बाजार में गए । वहां जाकर कई दुकानों पर इस इंजेक्शन की उपलब्धता के बारे में पूछा तो हर दुकानदार ने इंजेक्शन नहीं होने की सूचना दी । जिसके उपरांत शुक्ला ने कई प्रमुख मेडिकल स्टोर पर भी जाकर यह इंजेक्शन खरीदना चाहा तो हर मेडिकल स्टोर पर इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होने की सूचना दी गई ।
इस पूरी स्थिति के स्पष्ट होने के पश्चात कल रात को विधायक संजय शुक्ला के द्वारा प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान और इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह को एक पत्र लिखा है । इस पत्र में विधायक शुक्ला ने बोला है कि इंदौर में कोरोना से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए उन्हें 5000 रेमडेसिवीर इंजेक्शन सही कीमत पर उपलब्ध किया जाने वाला है । इस इंजेक्शन को वे जरूरतमंद मरीजों तक पहुंचाया जाने वाला है । जो मरीज कमजोर आर्थिक स्थिति वाले हैं उन्हें यह इंजेक्शन फ्री में दिया जाएगा और जो मरीज अच्छी स्थिति वाले हैं उन्हें सरकार द्वारा इंजेक्शन दिए जाने वाले दाम पर ही यह इंजेक्शन उपलब्ध कराया जाएगा ।
शासन प्रशासन को ध्यान देना होगा: विधायक शुक्ला ने बोला कि कोरोना के संक्रमण के शिकार हुए लोग हॉस्पिटल में इस इंजेक्शन के लिए तड़प रहे हैं । डॉक्टर भी कह रहे हैं कि मरीज को इंजेक्शन तत्काल दिया जाना आवश्यक है लेकिन जिसके उपरांत भी इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ऐसे में इंदौर के प्रशासन और राज्य गवर्नमेंट को चाहिए कि पर्याप्त मात्रा में इस इंजेक्शन को इंदौर बुलवाकर हॉस्पिटल में रखवाया जाए ताकि प्रॉपर दवाई न मिलने के कारण किसी मरीज की क्षति ना हो।