इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ कवि बने कुमार विश्वास, दो टूक बयानबाजी के लिए हैं प्रसिद्ध

नई दिल्ली. प्रसिद्ध कवि (Indian Hindi poet) और राजनेता कुमार विश्वास आज अपना 51वां जन्मदिन (Kumar Vishwas Birthday) मना रहे हैं. अपनी कविताओं से करोड़ों दिलों में राज करने वाले कुमार विश्वास को सोशल मीडिया पर जन्मदिन की खबू बधाइयां मिल रही हैं. जन्म 10 फरवरी, 1970 को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जनपद के पिलखुआ में हुआ था. इनके पिता का नाम डॉ. चंद्रपाल शर्मा हैं, जो आरएसएस डिग्री कॉलेज में प्रध्यापक हैं और मां का नाम रमा शर्मा है. वह अपने चार भाइयों में सबसे छोटे हैं. कुमार विश्वास सिर्फ अपनी कविताओं के लिए ही नहीं बल्कि राजनीति में उथल-पुथल के लिए भी चर्चा में रहे हैं.

कुमार विश्वास ने (Kumar Vishwas) आम आदमी पार्टी (आप) Aam Aadmi Party (AAP) के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी, लेकिन बाद में मतभेदों की वजह से उन्होंने पार्टी से अपनी राहें अलग कर ली थी. फिलहाल वह राजनीति से अलग हो गए हैं. वह कहते हैं कि राजनीति और भ्रष्टाचार का चोली-दामन का रिश्ता है.

कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने 1994 में राजस्थान के एक कॉलेज में लेक्चरर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने कई कवि-सम्मेलनों में हिस्सा लिया है और इसके साथ ही वह मैग्जीन के लिए भी लिखते हैं. उन्होंने आदित्य दत्त की फिल्म ‘चाय गरम’ में अभिनय भी किया है. उनके दो काव्य-संग्रह ‘एक पगली लड़की के बिन’ और ‘कोई दीवाना कहता है’ भी प्रकाशित हुए हैं. विख्यात लेखक धर्मवीर भारती ने कुमार विश्वास को अपनी पीढ़ी का सबसे ज्यादा संभावनाओं वाला कवि कहा था तो वहीं प्रसिद्ध हिंदी गीतकार नीरज ने उन्हें ‘निशा-नियाम’ की संज्ञा दी थी.

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