इंग्लैंड दौरे पर गए इस भारतीय खिलाड़ी को हुआ कोरोना, BCCI ने टीम को चेताया
नई दिल्ली, भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ 4 अगस्त से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है और इससे पहले टीम इंडिया को प्रैक्टिस मैच भी खेलना है, लेकिन इससे पहले टीम इंडिया से जुड़ी एक बुरी खबर सामने आई है। जी हां, भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है, जो इस समय इंग्लैंड में हैं। हालांकि, टीम के बाकी खिलाड़ियों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत को इंग्लैंड के मौजूदा दौरे पर कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया है। इस स्थिति में वे टीम के साथ डरहम की यात्रा नहीं करेंगे, जहां मेजबानों के खिलाफ अगले महीने शुरू हो रही टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया को तैयारी करनी है। बीसीसीआइ के एक सूत्र ने पुष्टि की कि यह रिषभ पंत थे, जिन्हें कोविड 19 टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया है। वे पिछले आठ दिनों से आइसोलेशन में थे। सूत्र के अनुसार, उनको कोरोना का कोई लक्षण नहीं हैं।
बीसीसीआइ सचिव जय शाह ने भारतीय दल को एक ई-मेल भेजा है, जिसमें इंग्लैंड में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बारे में चेतावनी दी गई है। खिलाड़ियों को ब्रेक न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के बाद दिया गया था, जिसमें टीम पिछले महीने हार गई थी। बीसीसीआइ उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा, “हां, एक खिलाड़ी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है लेकिन वह पिछले आठ दिनों से आइसोलेशन में है। वह टीम के साथ किसी होटल में नहीं रह रहा था, इसलिए कोई अन्य खिलाड़ी प्रभावित नहीं हुआ है।”
राजीव शुक्ला ने पीटीआइ को बताया, “अभी तक किसी अन्य खिलाड़ी को कोविड 19 टेस्ट में पॉजिटिव नहीं पाया गया है।साथ ही आपको पता होना चाहिए कि हमारे सचिव जय शाह ने प्रोटोकॉल बनाए रखने के लिए सभी खिलाड़ियों को पत्र लिखा है।” समझा जाता है कि पंत डेल्टा संस्करण से पीड़ित हैं, जिसके मामलों की संख्या इंग्लैंड में बढ़ रही है। उन्हें पिछले महीने एक यूरो चैंपियनशिप मैच में भाग लेते देखा गया था और उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर तस्वीरें भी पोस्ट की थीं।
BCCI के सचिन जय शाह ने अपने पत्र में खिलाड़ियों को भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने के लिए कहा है, क्योंकि कोविशील्ड, जो वैक्सीन टीम को दी गई है, वह केवल सुरक्षा प्रदान करती है, वायरस के खिलाफ पूर्ण प्रतिरक्षा नहीं। दरअसल, जय शाह के पत्र में खास तौर पर कहा गया था कि खिलाड़ियों को विंबलडन और यूरो चैंपियनशिप में जाने से बचना चाहिए, जो हाल ही में वहां संपन्न हुई थी।