IPO और शेयरों में निवेश कर सकेंगे पेंशन फंड मैनेजर, दो से तीन दिनों में जारी होगी अधिसूचना

नई दिल्ली, नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) में शामिल चार करोड़ से अधिक धारकों को रिटायरमेंट के बाद अधिक पेंशन दिलाने के उद्देश्य से सरकार पेंशन फंड में जमा रकम के इस्तेमाल को लेकर बदलाव करने जा रही है। अब पेंशन फंड का उपयोग कंपनियों के प्रारंभिक पब्लिक आफर (आइपीओ) और फालो-आन पब्लिक आफर (एफपीओ) की खरीदारी में भी किया ज सकेगा। इसके अलावा रियल एस्टेट इंवेस्टमेंट ट्रस्ट और इन्फ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट में भी पेंशन फंड के निवेश की इजाजत मिल सकती है।

पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के मुताबिक जल्द ही इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। ऐसा होता है तो एनपीएस से जुड़े 4.37 करोड़ धारकों को रिटायरमेंट के दौरान पहले के मुकाबले अधिक रकम मिल सकती है। एनपीएस फंड में सरकारी और गैर-सरकारी दोनों ही प्रकार के कर्मचारी पूंजी निवेश करते हैं।

अभी एनपीएस का प्रबंधन करने वाले पेंशन फंड मैनेजरों को सीमित जगहों पर इस फंड की रकम के निवेश की इजाजत हैं। अभी एनपीएस फंड से 5,000 करोड़ से अधिक मार्केट कैप वाली कंपनी में ही निवेश की जा सकती है। इसके अलावा कारपोरेट डेट और सरकारी सिक्युरिटीज में निवेश की इजाजत है। पीएफआरडीए के मुताबिक अब बाजार में सूचीबद्ध होने वाली नई कंपनियों के आइपीओ और पहले से सूचीबद्ध कंपनियों के एफपीओ में भी पेंशन फंड को फंड मैनेजर निवेश कर सकेंगे।

हालांकि यह सब पीएफआरडीए की निगरानी में होगा और इस बात का पूरा ख्याल रखा जाएगा कि अपने बुढ़ापे के लिए निवेश कर रहे निवेशकों के पैसे के साथ कोई खिलवाड़ नहीं हो। इसलिए पीएफआरडीए अगले कुछ दिनों में पेंशन फंड के निवेश के नए आयाम को लेकर विस्तृत दिशा निर्देश जारी करने जा रहा है।

पीएफआरडीए अपने रिटायरमेंट फंड को एक करोड़ तक ले जाने की इच्छा रखने वाले निवेशकों की संख्या को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। पीएफआरडीए के मुताबिक अब तक पेंशन फंड के इक्विटी निवेश से 11.31 फीसद का रिटर्न मिला है जबकि कारपोरेट डेट से 10.21 फीसद तो सरकारी सिक्युरिटीज से 9.69 फीसद का रिटर्न मिला है। पीएफआरडीए ने चालू वित्त वर्ष में एनपीएस से एक करोड़ नए लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। हालांकि पहली तिमाही में सिर्फ 1.60 लाख लोग ही एनपीएस से जुड़ पाए हैं।

कहां-कहां कर सकेंगे निवेश

नए नियमों के तहत पीएफएम आइपीओ, एफपीओ और आफर फार सेल लाने वाली कंपनियों के निवेश कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त एनएसई और बीएसई के शीर्ष 200 शेयरों में भी निवेश कर सकेंगे। पीएफआरडीए का मानना है कि फंड मैनेजरों को कहां निवेश करना है, उन्हें इसकी स्वतंत्रता होनी चाहिए।

कहां कितना रिटर्न

अभी तक शेयर बाजार में निवेश से 11.31 फीसद का रिटर्न मिला है। जबकि कारपोरेट डेट से 10.21 फीसद रिटर्न मिला है। सबसे कम 9.69 फीसद का रिटर्न सरकारी प्रतिभूतियों से मिला है।

चालू वित्तीय वर्ष में एक करोड़ ग्राहक जोड़ने का लक्ष्य

पीएफआरडीए के चेयरमैन ने कहा कि हम चालू वित्तीय वर्ष में सब्सक्राइबर बेस में एक करोड़ की वृद्धि करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। अकेले अटल पेंशन योजना के तहत 90 लाख ग्राहक जोड़े जाएंगे। दूसरी लहर के बावजूद पहली तिमाही में हम 1.60 लाख ग्राहक जोड़ने में सफल रहे।

जोखिम भी खतरे भी कम नहीं

ज्यादातर निवेशक सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट में अच्छे रिटर्न से अवगत हैं. लेकिन, सिस्टमैटिक विदड्रॉल के बारे में अनजान हैं। अगर किसी निवेशक की रिटायरमेंट की तारीख बाजार में बुरी खबरों के साथ मेल खाती है, तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। एनपीएस निवेशकों ने इसका सामना इसलिए नहीं किया है, क्योंकि यह योजना केवल 14 साल पहले शुरू हुई है। नियामक को यह ध्यान रखना होगा कि सेवानिवृत्ति पर पोर्टफोलियो को नुकसान ना हो।

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