टोक्यो ओलिंपिक: इतिहास रचने से बस इतने कदम दूर भारतीय हॉकी टीम
टोक्यो: भारत की पुरुष हॉकी टीम ने Tokyo Olympics में गुरुवार को अर्जेंटीना को 3-1 से मात दे दी है। अर्जेंटीना की टीम रियो ओलिंपिक की स्वर्ण पदक विजेता रही है। इस बार टीम इंडिया ने जैसा प्रदर्शन किया उससे यही संकेत मिल रहे हैं कि इस खेल में भारत अब पुरानी प्रतिष्ठा दोबारा हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। ग्रुप राउंड में तीन मुकाबले जीतकर भारतीय टीम ने एक बड़ा रिकॉर्ड भी स्थापित किया है। 37 वर्षों बाद भारतीय टीम ग्रुप स्टेज में 3 मैच जीतने में सफल रही है। इससे पहले भारत ने यह कारनामा 1984 में किया था।
टीम इंडिया ने गुरुवार को पूल ए के मैच में अर्जेंटीना को एकतरफा अंदाज में 3-1 से मात दी है। चारों क्वार्टर के खेल में भारतीय टीम ने अपना दबदबा बनाए रखा। पहले दो क्वार्टर में कोई टीम गोल नहीं दाग सकी, किन्तु सर्कल पेनिट्रेशन में भारत आगे रहा। भारत के लिए पहला गोल वरुण कुमार ने मुकाबले के 43वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर दागा। इसके बाद चौथे क्वार्टर के अंतिम दो मिनट में भारत की तरफ से दो गोल हुए। विवेक सागर प्रसाद ने 58वें मिनट में और कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 59वें मिनट में गोल मारा। अर्जेंटीना की तरफ से कैसिला ने 48वें मिनट में गोल किया।
टीम इंडिया का अंतिम पूल मैच शुक्रवार को मेजबान जापान से होगा। जापान की टीम इस ग्रुप की सबसे कमजोर टीम है और अपने चार में से तीन मुकाबले हारी है। भारतीय टीम यदि जापान को हरा देती है, तो 1972 के बाद पहली बार ग्रुप स्टेज में चार मैच जीतेगी। 1972 ओलिंपिक में भारत ने ग्रुप स्टेज में 7 में से 5 मुकाबले जीते थे। इसके बाद किसी भी ओलिंपिक में भारत ग्रुप स्टेज में 3 से अधिक मैचों में जीत दर्ज नहीं कर पाया है। 1984 के बाद भारतीय टीम ग्रुप स्टेज में कभी 2 से अधिक मैच नहीं जीत पाई थी। बता दें कि टीम इंडिया, क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुकी है, यहां से उसे सेमीफइनल और फाइनल का रास्ता तय करना है।