सीएम योगी पंहुचे अयोध्या, संतों से भेंट करने के साथ रामलला का करेंगे दर्शन-पूजन
अयोध्या, रामनगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास तथा भूमि पूजन का एक वर्ष पूरा होने पर यहां पर भव्य आयोजन होगा। गोरखनाथ मठ के महंत योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अयोध्या में यजमान की भूमिका में रहेंगे।
अयोध्या में बीते वर्ष पांच अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन तथा शिलान्यास के एक वर्ष पूरा होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अयोध्या पहुंचे हैं। वह निर्धारित कार्यक्रम से 45 मिनट पहले ही रामनगरी पहुंच गए। हैलीपेड पर उन्होंने कहा कि आज अयोध्या में तीन घंटा रहेंगे। इस दौरान संतों से भेट भी होगी। इसके साथ ही रामलला का दर्शन तथा पूजन भी होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच अगस्त को भव्य राम मंदिर के भूमि पूजन की वर्षगांठ पर अयोध्या में रहेंगे। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर राम मंदिर भूमि पूजन की एक वर्ष पूर्ण होने पर विशेष आयोजन की तैयारी है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी यजमान की भूमिका में होंगे। इस कार्यक्रम में प्रमुख संत-महंतों भी शामिल होंगे। वह यहां पर अन्न महोत्सव के अतिरिक्त राम जन्म भूमि जाएंगे, जहां निर्माण कार्यों का जायजा लेंगे। रामलला का दर्शन पूजन भी करेंगे। वह इस दौरान मंदिर परिसर में रखे गए राम मंदिर के नए माडल की पूजा करेंगे।
अयोध्या में सीएम योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम दोपहर दो बजे कार्यक्रम प्रस्तावित है। इसी के बाद मंदिर के नवीन माडल को आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ रखा जाएगा। यह माडल अभी तो दर्शन मार्ग पर ही रखा गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ रामलला भोग प्रसाद भी ग्रहण करेंगे। भूमि पूजन की वर्षगांठ पर वैकल्पिक गर्भगृह और परिसर को भी सजाया गया है। योगी आदित्यनाथ के गुरुवार को के परिसर भ्रमण के दौरान श्रीराम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय सहित अन्य ट्रस्टी भी मौजूद रहेंगे। चंपत राय उन्हें निर्माण की प्रगति की जानकारी देंगे।
50 माह के दौरान 29वीं बार मुख्यमंत्री के तौर पर गुरुवार को अयोध्या आ रहे हैं। वर्ष 2017 से ही प्रत्येक वर्ष छोटी दीपावली के दिन दीपोत्सव की परंपरा डालने के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ पहले से ही अयोध्या को वैश्विक क्षितिज पर प्रस्तुत करने का प्रयास करते रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को आएंगे। दोपहर 12.05 बजे रामकथा पार्क में निर्मित हेलीपैड पर उनका हेलीकाप्टर उतरेगा। वह वासुदेवघाट पर आयोजित प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री प्रदेश के जिन छह जिलों में वर्चुअल संवाद राशन कार्ड धारकों से करेंगे, उनमें अयोध्या, झांसी, वाराणसी, सहारनपुर, सुल्तानपुर शामिल है। यहां पर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के सजीव प्रसारण की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री अन्न वितरण कार्यक्रम में दोपहर 12.15 बजे से 2.15 बजे तक रहेंगे। दोपहर 2.30 बजे 2.45 बजे तक मुख्यमंत्री रामलला का दर्शन करने रामजन्मभूमि जाएंगे। दोपहर 2.45 बजे वह रामकथा पार्क के लिए रवाना होंगे। दोपहर 3.05 बजे वह लखनऊ के लिए उड़ेंगे। मुख्यमंत्री का अधिकारिक कार्यक्रम जिला प्रशासन को मिल गया है। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर जिले के नोडल अधिकारी टी वेंकटेश आ चुके हैं। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ भ्रमण कर सीएम के दौरे की तैयारियों को उन्होंने अंतिम रूप दिया।
पीएम नरेंद्र मोदी के दूत की भूमिका में सीएम योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिव्य अयोध्या निर्माण के राम-काज में हनुमान जी की तरह समॢपत हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूत की भमिका में कोई कसर नहीं छोड़ी और रामनगरी को उनकी मंशा के अनुरूप आकार देने की योजना के अग्रदूत बनकर उभरे। रामनगरी अयोध्या से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जुड़ाव गुरु और दादा गुरु के जमाने का ही है। गुरु अवेद्यनाथ के साथ वे एक दशक तक अयोध्या आते- जाते रहे, राम मंदिर सहित स्थानीय संतों से आत्मीयता उन्हेंं गुरु से ही विरासत में मिली। मार्च 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही उनका रामनगरी से जुड़ाव और निखर कर सामने आया। नौ नवंबर 2019 को रामलला के हक में आए निर्णय के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निगाह भी रामनगरी की ओर केंद्गित हुई और उन्होंने रामनगरी को विश्व की शीर्ष सांस्कृतिक नगरी बनाने की परिकल्पना दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस परिकल्पना को आाकार देने की राह पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। वह गत 50 माह के दौरान 29वीं बार मुख्यमंत्री के तौर पर गुरुवार को अयोध्या आ रहे हैं। वर्ष 2017 से ही प्रत्येक वर्ष छोटी दीपावली के दिन दीपोत्सव की परंपरा डालने के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ पहले से ही अयोध्या को वैश्विक क्षितिज पर प्रस्तुत करने का प्रयास करते रहे हैं और जल्दी ही वह प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में वे रामभक्तों को दिव्य-नव्य अयोध्या की सौगात देने की तैयारी में हैं।