अगर आप भी आंखों के कारण उम्र से पहले लग रही हैं बूढ़ी, तो जानें ये 5 कारण
अगर आप भी आंखों के कारण उम्र से पहले बूढ़ी दिखाई देने लगती हैं, तो इसके असली कारणों के बारे में जानें।
उम्र बढ़ने के सबसे पहले लक्षण हमारी आंखों के आस-पास दिखने लगते हैं। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ने लगती है, वैसे-वैसे हमारी आंखों से जुड़ी समस्याएं जैसे डार्क सर्कल्स, आई बैग, झुर्रियां, क्रोज फ़ीट और झुकी हुई पलकों आदि विकसित होने लगती हैं। हालांकि, बढ़ती उम के साथ झुर्रियों का आना बेहद ही आम है और इसे रोका नहीं जा सकता है। लेकिन हम में से कुछ महिलाएं अपेक्षाकृत कम उम्र में आंखों के पास उपरोक्त लक्षणों का अनुभव करती हैं।
अगर आप भी ऐसी ही महिलाओं में से एक हैं, जो आंखों के कारण कम उम्र में ही बूढ़ी दिखाई देने लगी हैं, तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें। आज हम आपको कुछ कारण बताएंगे कि ऐसा क्यों होता है?
बार-बार सूर्य के संपर्क में आने से नुकसान
सूरज की यूवी किरणें त्वचा संबंधी कई समस्याओं का कारण बनती हैं, जिनमें पिगमेंटेशन और मेलेनोमा शामिल हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि सूरज की रोशनी उम्र बढ़ने के सबसे बड़े कारणों में से एक है। सुरक्षा के लिए बिना किसी शेड या सनस्क्रीन के कड़ी धूप में बाहर निकलना आपकी आंखों को डार्क करने का एक निश्चित तरीका है, जिससे आप बूढ़ी दिखाई देती हैं। हमारी आंखों के आस-पास की त्वचा को नुकसान होने की आशंका अधिक होती है, क्योंकि वह बहुत पतली और अधिक नाजुक होती हैं।
बहुत ज्यादा एक्सफोलिएट करना
हमें एक्सफोलिएट करना पसंद होता हैं, क्योंकि इससे हमें ग्लोइंग और स्मूथ त्वचा पाने में मदद मिलती है। लेकिन विशेष रूप से आंखों के आस-पास की त्वचा का अत्यधिक एक्सफोलिएशन आपको नुकसान पहुंचा सकता है। हमारी आंखों के आस-पास की त्वचा अत्यधिक संवेदनशील होती है और उनके नीचे की ब्लड वेसल्स आसानी से टूट सकती हैं। यदि आप स्किन एक्सफोलिएट कर रही हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि आप अपनी आंखों के आस-पास के एरिया से बचें।
आंखों को बहुत ज्यादा मलना
कभी-कभी हम धूल के कण या किसी और चीज से परेशान होने पर अपनी आंखों को आक्रामक तरीके से रगड़ने लगते हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि आंखों को अत्यधिक रगड़ने से उनके आस-पास की त्वचा में ब्लड वेसल्स को नुकसान हो सकता है, जिससे डार्क सर्कल्स बन सकते हैं। किसी की आंखों में जलन को दूर करने के लिए आंखों को रगड़ने की बजाय आंखों को पानी से अच्छी तरह से धोना या गुलाब जल का इस्तेमाल किया जा सकता है। ये ओवर द काउंटर आई ड्रॉप आंखों को ड्राईनेस और खुजली महसूस करने से बचाने में मदद करते हैं।
आनुवंशिक कारक
जिस गति से उम्र बढ़ती है, उसमें आनुवंशिकी एक बड़ी भूमिका निभाती है। अगर आपके माता-पिता या दादा-दादी को कम उम्र में झुर्रियां या डार्क सर्कल्स की समस्या परेशान करने लगी थी तो आपमें भी कम उम्र में इनके विकसित होने की संभावना होती है। यद्यपि आनुवंशिक कारक एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं, लेकिन अतिरिक्त देखभाल करने से प्रक्रिया को धीमा करने में मदद मिल सकती है।
मेकअप से त्वचा में जलन
एक्सपायर्ड मेकअप के इस्तेमाल से त्वचा में जलन हो सकती है। सोने से पहले मेकअप न हटाने से भी त्वचा ड्राई हो सकती है और एजिंग के साइन्स भी तेज हो सकते हैं। त्वचा पर मेकअप लंबे समय तक साफ न करने से भी पोर्स बंद हो जाते हैं। त्वचा की अच्छी तरह से देखभाल न करने और हैवी मेकअप का बहुत ज्यादा उपयोग करने से कोलेजन टूटता है, जिससे झुर्रियां हो सकती हैं।
नींद की कमी
एक औसत वयस्क को प्रतिदिन लगभग आठ घंटे की नींद की आवश्यकता होती है। अपनी पर्सनल नींद की आवश्यकताओं को पूरा नहीं करने या अपनी नींद की गुणवत्ता में गिरावट का अनुभव करने से हम अपनी उम्र से अधिक उम्र के दिखाई दे सकते हैं। अपर्याप्त नींद डार्क सर्कल्स बनने के सबसे स्पष्ट कारणों में से एक है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि नींद की कमी के कारण हमारी आंखों के नीचे की ब्लड वेसल्स फैल जाती हैं और इस तरह एक टिंट बन जाता है, जो दिखाई देता है क्योंकि हमारी आंखों के नीचे की त्वचा बेहद पतली और नाजुक होती है।
डार्क सर्कल्स के अलावा, अपर्याप्त नींद भी कुछ व्यक्तियों की आंखों के नीचे बैग विकसित करने का कारण बन सकती है। यह डार्क सर्कल्स की तरह सामान्य नहीं है। यह तब होता है, जब नींद की कमी आंखों के नीचे द्रव प्रतिधारण का कारण बनती है।