अफगानिस्तान की पॉपुलर पॉप स्टार आर्यना सईद ने भागने में हुई कामयाब, तालिबानी कर रहे थे तालाश
अफगानिस्तान की सबसे बड़ी महिला पॉप स्टार आर्यना सईद काबुल शहर पर तालिबान के कब्जे के बाद भागने में सफल हो गई हैं. अफगानिस्तान में तालीबान के कब्जे के बाद सबसे ज्यादा खतरा वहां की फिल्म इंडस्ट्री, फिल्ममेकर, कलाकारों और अन्य मनोरंजन के क्षेत्र से जुड़े लोगों पर पर बताया जा रहा है. महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार हो रहे हैं.
आर्यना सईद ने कहा कि वह गुरुवार को काबुल से निकल गई थीं. उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी है. आर्यना सईद ने अपने 10 लाख से ज्यादा इंस्टाग्राम फॉलोअर्स को कहा, “मैं अच्छी और जिंदा हूं और कुछ न भूलने वाली रातों के बाद, मैं दोहा, कतर पहुंच गई हूं और इस्तांबुल के लिए अपनी फ्लाइट का इंतजार कर रही हूं.”
यूएस कार्गो जेट से निकली
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, जब महिलाएं और लड़कियां कट्टर तालिबानी लड़ाकों से अपने बचाव के लिए गुहार लगा रही हैं, तो 36 साल आर्यना सईद ने मीडिया से कहा कि वह यूएस कार्गो जेट से निकली हैं. उन्होंने हाल ही में अफगान टेलीविजन पर एक सिंगिंग रियलिटी शो को जज भी किया था.
तुर्की चली गईं पॉप स्टार
आर्यना खुद को खुशनसीब मानती हैं कि वह वहां भागने में सफल हो पाईं. क्योंकि दुनिया भर के प्रवासी अफगानिस्तान से बाहर जाने वाली फ्लाइट में चढ़ने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. वह दोहा से तुर्की चली गई जहां वह अपने पति हसीब सईद के साथ पूरे समय रहती है, जो एक अफगान म्यूजिक प्रोड्यूसर हैं.
आर्यना नहीं किया तालिबानी कानून का पालन
बता दें कि आर्यना सईद अफगानिस्तान में रहते हुए कभी हिजाब नहीं पहना था. वह महिला होने के बाद भी गाती हैं और स्टेडियम में एंट्री की, जोकि तालीबान के शासन में रहते संभव नहीं है. ये तालिबानी कानून के खिलाफ है. इस पर एक मानवाधिकार कार्यकर्ता ने ट्वीट किया और लिखा,”2015 में आर्यना सईद ने 3 वर्जनाओं को तोड़ाः 1-एक महिला के रूप में गाना 2-हिजाब नहीं पहनना, 3-एक महिला के रूप में एक स्टेडियम में प्रवेश करना, जो तालिबान के तहत निषिद्ध था. अब, वे ये सभी एक सपने में बदल गए हैं.”