पेट की समस्याओं से छुटकारा दिलाता है काला जीरा

ब्लैक क्यूमिन को काला जीरा भी कहते हैं। बहुत सारे लोगों को ब्लैक क्यूमिन और ब्लैक सीड एक ही लगता है लेकिन, ये दोनों अलग-अलग हैं। भारतीय मसालों के अलावा काला जीरा का प्रयोग कई बीमारियों के उपचार के लिए भी किया जाता है। इसकी जड़ों का स्वाद नारियल जैसा होता है, वहीं इसकी पत्तियां हर्ब्स के तौर पर प्रयोग की जाती हैं। कई थेरिपी में इसका प्रयोग किया जाता है और इसके बीज बहुत महंगे होते हैं।



पौराणिक समय में काला जीरा का इस्तेमाल सिरदर्द, दांतों के दर्द, नेजल कंजेशन, अस्थमा, अर्थराइटिस, इंटेस्टाइनल वर्म आदि का इलाज करने के लिए किया जाता था। वहीं, इसका इस्तेमाल कंजेक्टीवाइटिस के इलाज के लिए भी किया जाता था। मौजूदा समय में काला जीरा का इस्तेमाल अस्थमा, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, वेट लॉस सहित अन्य स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से निजात पाने के लिए किया जाता है।

खट्टी डकार आने पर जीरा का उपयोग

कुछ भी उल्टा-सीधा खाने पर खट्टी डकार होना बहुत ही आम बात है। खट्टी डकार होने पर 200 मिली जल में 50 मिली जीरा डालकर काढ़ा बना लें। इसे गर्म करें। जब काढ़ा 50 मिली रह जाए, तो उतारकर छान लें। इसमें काली मिर्च का चूर्ण 4 ग्राम, नमक 4 ग्राम डालकर पिएं। इससे खट्टी डकार आनी बंद हो जाती है। इसके साथ ही मल त्याग करने में परेशानी नहीं होती है।

पेट की समस्याओं में लाभकारी

पाचन संबंधी गड़बड़ी, गैस्ट्रिक, पेट फूलना, पेट-दर्द, दस्त और गैस जैसी पेट से जुड़ी अनेकों समस्याओं में काले जीरे का सेवन करना लाभकारी माना जाता है। इसमें मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण पेट की कई समस्याओं में कारगर असर दिखाता है। यह पुराने से पुराने कब्ज को दूर कर पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाने में सहायता करता है।

सर्दी-जुकाम से दिलाता है राहत

मौसम में बदलाव के कारण अधिकांश लोगों को सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं हो जाती हैं। ऐसे में काले जीरे का इस्तेमाल करके इस समस्या से निजात मिल सकती है। काला जीरा शरीर से बलगम निकालने में मदद करता है। कफ या बंद नाक की समस्या होने पर थोड़े से भुने हुए काले जीरे को रुमाल में बांधकर सूंघने से आराम मिलता है। इसके अलावा वायरल फीवर में भी इसका उपयोग फायदा पहुंचाता है।

सेहतमंद त्वचा

काला जीरा के फायदे इसमें मौजूद विटामिन ई होने से बढ़ जाते हैं। यह माइक्रो-आहार है जो सेहतमंद त्वचा रखने में मदद करता है। यह त्वचा में नमी को बनाए रखने में मदद करता है। विटामिन ई का सेवन करने से कोलेजन की मात्रा बढ़ जाती है जिससे त्वचा सेहतमंद रहती है। विटामिन ई और विटामिन सी से भरपूर डाइट होने से त्वचा में खिंचाव नहीं आता है और बढ़ती उम्र के आसार भी कम हो जाते हैं।

दिल की सेहत में सुधार

दिल की सेहत खराब होने का मुख्य कारण हाई ब्लड प्रेशर होता है। काला जीरा मिनरल्स से भरपूर होता है जो शरीर में नमक से होने वाले बुरे असर को दूर करता है। नमक की मात्रा ज्यादा होने से शरीर से पानी नहीं निकल पाता है जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। काला जीरा से भरपूर डाइट होने से शरीर से एक्स्ट्रा पानी निकल जाता है और ब्लड प्रेशर सामान्य बना रहता है।

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