विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज सर्वदलीय बैठक में सभी राजनीतिक दलों के नेता सदन को अफगानिस्तान के हालात से कराया अवगत…
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज सर्वदलीय बैठक में सभी राजनीतिक दलों के नेता सदन को अफगानिस्तान के हालात से कराया अवगत। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस सर्वदलीय बैठक के बाद कहा कि हमने आज सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को आज अफगानिस्तान की स्थिति से अवगत कराया। हमारा ध्यान लोगों को वहां से निकालने पर है और सरकार लोगों को निकालने के लिए सब कुछ कर रही है।
डाक्टर एस जयशंकर ने आगे कहा कि आपरेशन ‘देवी शक्ति’ के तहत हमारी 6 उड़ानें हैं। हम अधिकांश भारतीयों को वापस लाए हैं लेकिन उन सभी को नहीं क्योंकि उनमें से कुछ लोग उड़ान के दिन नहीं पहुंच सके। हम निश्चित रूप से कोशिश करेंगे और सभी को बाहर लाएंगे। हमने कुछ अफ़ग़ान नागरिकों को भी निकाला है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे कहा कि सरकार जितनी जल्दी हो सके लोगों को पूरी तरह से वहां निकालने के लिए बहुत दृढ़ता से प्रतिबद्ध है और यह भी देखते हुए कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय निर्णय के संदर्भ में, कोई भी सभा जो वहां होती है, हमारी भूमिका को मान्यता दी जाती है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और भी कई बैठकें होंगी।
अफगानिस्तान पर विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा सर्वदलीय ब्रीफिंग पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह पूरे देश की समस्या है। हमें लोगों और राष्ट्र के हितों के लिए मिलकर काम करना होगा। उन्होंने हमें इंतजार करने और देखने के लिए कहा। सभी दलों ने एक ही विचार रखा है।
विदेश मंत्री डाक्टर एस जयशंकर अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति के बारे में सर्वदलीय पैनल को जानकारी दी। इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को अफगानिस्तान के हालात की जानकारी दी गई। पीएम नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालय (MEA) से अफगानिस्तान के हालिया घटनाक्रम पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को जानकारी देने को कहा था।
– अफगानिस्तान में भारत के राजदूत रुद्रेंद्र टंडन और भारत के विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला भी अफगानिस्तान में मौजूदा हालात पर हो रही इस सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लिया।
इस बैठक में सरकार अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए सरकार की ओर से किए गए प्रयासों की जानकारी विपक्षी दलों को दी जाएगी। इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर सभी दलों के नेता सदन को अफगानिस्तान के ताजा हालात और उसके मद्देनजर भारत के रुख के बारे में जानकारी देंगे। इसके अलावा अफगानिस्तान में तालिबान के आने के बाद भारत सरकार क्या कूटनीतिक कदम उठा रही है, इस पर भी चर्चा होने की संभावना है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट करते हुए कहा था कि बैठक में अफगानिस्तान में घटनाक्रम के मद्देनजर पीएम नरेंद्र मोदी ने आदेश दिया है कि संसद में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को पूरी जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में आगे की जानकारी संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी देंगे। आपको बता दें कि भारत आज अफगानिस्तान से करीब 180 नागरिकों को मिलिट्री एयरक्राफ्ट से रेस्क्यू करेगा।
विपक्ष को मिलेगा सवालों का जवाब
यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब विपक्षी दलों ने सरकार से अफगानिस्तान संकट पर एक बयान जारी करने के लिए कहा। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी इस बैठक में भाग लेने की पुष्टि की है। लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) अधीर रंजन चौधरी और राज्यसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे बैठक में मौजूद हैं।
आतंकी संगठन से कभी समझौता नहीं करने की भारत की नीति : बीजद
बीजू जनता दल (बीजद) के राज्यसभा सांसद प्रसन्ना आचार्य ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक से पहले कहा कि तालिबान कुछ आतंकवादी समूहों का समूह है और भारत ने कभी किसी आतंकवादी संगठन के साथ समझौता नहीं किया है।
देश का एक स्टैंड होना चाहिए- नवाब मलिक
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर एक सर्वदलीय बैठक आयोजित करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ओर से केंद्र के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सरकार को सभी दलों को विश्वास में लेना चाहिए और साथ ही कहा कि एक राष्ट्र के रूप में हमारा एक स्टैंड होना चाहिए।
युद्ध से तबाह देश में तालिबान के सत्ता में आने के बाद अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा के लिए गुरुवार को सुबह 11 बजे केंद्र द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से पहले द्रमुक नेता तिरुचि शिवा ने कहा कि सभी दलों के हितों को बनाए रखने में उनकी रूचि है।
अफगानिस्तान में विकास कार्य़ भारत के लिए महत्वपूर्ण- सीपीआइ
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद बिनाय विश्वम ने अफगानिस्तान की स्थिति के संबंध में सर्वदलीय बैठक के केंद्र के फैसले का स्वागत किया और कहा कि अफगानिस्तान में विकास कार्य़ भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं। एएनआई से बात करते हुए, विश्वम ने कहा कि ये बैठक देश के आंतरिक और बाहरी मामलों के लिए महत्वपूर्ण है। दक्षिण एशियाई राजनीतिक इलाके में अफगानिस्तान की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए ये बैठक हमारे लिए महत्वपूर्ण है।
अफगानिस्तान में आए तूफान ने भारत समेत कई देशों के लिए संकट पैदा कर दिया है। साथ ही दक्षिण एशिया समेत कई मुल्कों के रणनीतिक समीकरणों को भी बदल दिया है। इन बदलावों को लेकर भारत जैसे देश में भी कई प्रश्न उठ रहे हैं और आज होने वाली सर्वदलीय बैठक में सरकार की तरफ से इन सवालों के जवाब देने की कोशिश होगी।
यह ऐसे समय में हुआ है जब भारत सरकार युद्धग्रस्त देश अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को निकाल रही है। तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में राष्ट्रपति भवन में प्रवेश किया और अफगानिस्तान में महीनों की हिंसा के बाद सरकार पर अपनी जीत की घोषणा की।