डीन एल्गर ने कहा-हान्सबर्ग के वांडरर्स में खेला गया दूसरा टेस्ट मैच सीरीज का रहा टर्निंग प्वाइंट…
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने कहा कि जोहान्सबर्ग के वांडरर्स में खेला गया दूसरा टेस्ट मैच सीरीज का टर्निंग प्वाइंट रहा। सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में पहला टेस्ट 113 रन से हारने के बाद क्विंटन डी काक के अचानक संन्यास लेने से दक्षिण अफ्रीका को बड़ा झटका लगा। इसके बाद दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में, एल्गर ने नाबाद 96 रन बनाकर सीरीज 1-1 से बराबर करा दी थी। कैगिसो रबादा के तीन विकेट झटकने से भी दक्षिण अफ्रीका को मदद मिली, जिसने भारत को दूसरी पारी में बड़ा स्कोर बनाने से रोका। इसके अलावा मेजबान टीम ने पहले दिन टास हारकर भारत को 202 रन पर समेट दिया था।
एल्गर वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में समाचार एजेंसी आइएएनएस के सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि कुछ टर्निंग प्वाइंट थे। दूसरे टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करना टर्निंग प्वाइंट था। क्रिकेट के दृष्टिकोण से ही नहीं, एक ग्रुप के तौर पर हमारी बातचीत की। यह बातचीत शायद एक घंटे तक चली। बस इससे मिली सीख ने हमें सीरीज जीतने में मदद की।’
एल्गर ने आगे कहा, ‘फील्ड पर बहुत सारे टर्निंग प्वाइंट देखने को मिले। वांडरर्स में केजी (रबादा) का स्पेल, जिसमें उन्होंने बहुत जल्द तीन विकेट ले लिए थे। हमें लगा कि भारतीय खिलाड़ियों पर दबाव डालने और मोमेंटम वापस हासिल करने का यह सही समय था। वांडरर्स में 240 से अधिक के लक्ष्य का पीछा करना हमारी टीम के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाला था।’
एल्गर ने यह भी कहा, ‘जोहान्सबर्ग में सात विकेट की जीत ने दक्षिण अफ्रीका को शुक्रवार को केपटाउन में सीरीज का निर्णायक मैच जीतने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा, ‘इस टेस्ट मैच में हम कभी नहीं पिछड़े। हम हमेशा लड़े, जो एक बड़ी विशेषता है। हमने कभी भी भारतीयों के आगे समर्पण नहीं किया। हमेशा अपने गेम प्लान के हिसाब से खेलते रहे, जो हमारे लिए एक अच्छी बात है। हमने कभी चीजों से मुंह नहीं मोड़ा।’