प्रसिद्ध कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक
नई दिल्ली: प्रसिद्ध कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज (Pandit Birju Maharaj) का निधन हो गया है. पद्म विभूषण से सम्मानित 83 साल के बिरजू महाराज ने रविवार और सोमवार की दरमियानी रात अंतिम सांस ली. उनके पोते स्वरांश मिश्रा ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस बारे में जानकारी दी.
पीएम ने पंडित बिरजू महाराज के निधन पर जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित बिरजू महाराज के निधन पर दुख जताया. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं. ओम शांति!’
हार्ट अटैक के कारण हुआ बिरजू महाराज का निधन
बता दें कि पंडित बिरजू महाराज का निधन दिल्ली में हुआ. हार्ट अटैक (Heart Attack) की वजह से उनका निधन हो गया. जान लें कि पंडित बिरजू महाराज का जन्म 1938 में हुआ था. वो लखनऊ घराने से ताल्लुक रखते थे. पंडित बिरजू महाराज कथक नर्तक होने के साथ-साथ शास्त्रीय गायक भी थे. पंडित बिरजू महाराज के पिता और चाचा भी कथक नर्तक थे.
दिल का दौरा पड़ने से पहले अंताक्षरी खेल रहे थे महाराज
पंडित बिरजू महाराज की पोती रागिनी महाराज ने बताया कि वो अगले महीने 84 साल के होने वाले थे. पंडित बिरजू महाराज के निधन के वक्त उनके आस-पास परिवार के लोग और उनके शिष्य मौजूद थे. वे रात के भोजन के बाद अंताक्षरी खेल रहे थे, जब महाराज को अचानक कुछ परेशानी होने लगी. पंडित बिरजू महाराज किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और डायलिसिस पर थे. जानकारी है कि महाराज की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई. हम उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए लेकिन हम उन्हें बचा नहीं पाए.
कलाकारों ने पंडित बिरजू महाराज को दी श्रद्धांजलि
गौरतलब है कि पंडित बिरजू महाराज का नाम भारत के महान कलाकारों में शामिल है. उनके लाखों-करोड़ों चाहने वाले पूरी दुनिया में हैं. सिंगर मालिनी अवस्थी और अदनान सामी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दी है.
आज भारतीय संगीत की लय थम गई- मालिनी अवस्थी
मालिनी अवस्थी ने ट्वीट किया, ‘आज भारतीय संगीत की लय थम गई. सुर मौन हो गए. भाव शून्य हो गए. कथक के सरताज पंडित बिरजू महाराज नहीं रहे. लखनऊ की ड्योढ़ी आज सूनी हो गई. कालिकाबिंदादीन की गौरवशाली परंपरा की सुगंध विश्व भर में प्रसारित करने वाले महाराज अनंत में विलीन हो गए. आह! अपूर्णीय क्षति है यह ॐ शांति.’आज भारतीय संगीत की लय थम गई। सुर मौन हो गए। भाव शून्य हो गए। कत्थक के सरताज पंडित बिरजू महाराज जी नही रहे। लखनऊ की ड्योढ़ी आज सूनी हो गई। कालिकाबिंदादीन जी की गौरवशाली परंपरा की सुगंध विश्व भर में प्रसरित करने वाले महाराज जी अनंत में विलीन हो गए।
वहीं अदनान सामी ने ट्विटर पर लिखा कि महान कथक डांसर पंडित बिरजू महाराज के निधन की खबर से बहुत दुखी हूं. हमने प्रदर्शन कला के क्षेत्र के एक अद्वितीय संस्थान को खो दिया है. उन्होंने अपनी प्रतिभा से कई पीढ़ियों को प्रभावित किया है. उनकी आत्मा को शांति मिले.