एक बार फिर कैंट सीट पर लहराता दिख रहा बीजेपी का विजय ध्वज
पिछले चुनाव में लखनऊ मध्य सीट से विजय ध्वज लहराने वाले ब्रजेश पाठक को भाजपा ने कैंट विधानसभा से प्रत्याशी बनाया था, ब्रजेश करीब 15,000 वोटों से आगे चल रहे। कैंट विधानसभा भारतीय जनता पार्टी की मजबूत सीट मानी जाती रही है, इस सीट पर फिर से कमल खिलता दिख रहा है। कैंट सीट पर फिर से भाजपा का विजय ध्वज लहराने की उम्मीद है। बीजेपी ने इसी सीट से चार बार के विधायक रहे सुरेश चंद्र तिवारी के स्थान पर इस बार ब्रजेश पाठक पर दांव लगाया गया था। बीजेपी का यह तीर भी निशाने पर लगता नजर आ रहा।
बीजेपी का गढ़ कैंट सीट : कैंट विधानसभा सीट पर सुरेश चंद्र तिवारी 1996, 2002, 2007 और 2019 के उपचुनाव में जीते थे। सुरेश तिवारी की तरह रीता बहुगुणा जोशी भी लखनऊ कैंट सीट से 2012 में कांग्रेस के टिकट पर और 2017 में बीजेपी के टिकट पर विधायक चुनी गई थीं, लेकिन 2019 में पार्टी ने उन्हें प्रयागराज से लोकसभा का टिकट दिया और वो जीतकर संसद पहुंचीं। पार्टी ने 2019 के विधानसभा उपचुनाव में सुरेश तिवारी को टिकट दिया, वो जीत भी गए। 2017 के चुनाव में बसपा का दामन छोड़कर भाजपा में आए ब्रजेश पाठक लखनऊ मध्य से लड़े थे। मध्य में ब्रजेश पाठक को 5094 मतों से रविदास को हराने में कामयाबी मिली थी।
प्रत्याशी
- कांग्रेस : दिलप्रीत सिंहभाजपा : ब्रजेश पाठकसमाजवादी पार्टी : राजू गांधीबसपा : अनिल पांडेयआप : अजय कुमार
2019 परिणाम
- भाजपा : सुरेश चंद्र तिवारी : 56,684समाजवादी पार्टी – मेजर आशीष चतुर्वेदी : 21,256मार्जिन : 35,428कांग्रेस : दिलप्रीत : 19,445बीएसपी : अरुन द्विवेदी – 10,709नोटा : 1,368
2017
- भाजपा : डा. रीता जोशी – 95,402 मार्जिन 33,796सपा : अपर्णा यादव – 61,606
2012
- कांग्रेस – डा. रीता जोशी – 63,052 मार्जिन 21,753भाजपा- सुरेश चंद्र तिवारी – 41,299