खटीमा सीट से चुनाव हारे पुष्कर सिंह धामी, बने ऐसे तीसरे मुख्यमंत्री…
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा सीट से चुनाव हार गए हैं। वह ऐसे तीसरे मुख्यमंत्री बने गए हैं, जो चुनाव हारे हैं। आपको बता दें कि इससे पहले 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार ने बीसी खंड़डूी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा, लेकिन बीसी खंडूड़ी खुद चुनाव हार गए थे। वहीं, 2017 में कांग्रेस सरकार ने मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में चुनाव लड़ा लेकिन वह खुद दो सीटों से चुनाव हार गए थे। इस सूची में पुष्कर सिंह धामी का नाम भी दर्ज हो गया है।
2012 में बीसी खंडूड़ी को कांग्रेस नेता सुरेंद्र सिंह नेगी ने हराया
आपको बता दें कि वर्ष 2012 में भाजपा ने तत्कालीन मुख्यमंत्री मेजर जनरल (सेनि) भुवन चंद्र खंडूड़ी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया है। उस समय नारा चला था कि खंडूड़ी है जरूरी। भुवन चंद्र खंडूड़ी ने कोटद्वार विधानसभा सीट से ताल ठोगी। खंडूड़ी को कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह नेगी 4623 वोटों से हराया। बीसी खंडूड़ी को 27174 वोट पड़े, जबकि सुरेंद्र सिंह नेगी को 31797 वोटा मिले थे।
2017 में दो जगह से चुनाव हारे थे हरीश रावत
आपको बता दें कि 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेत्वृत में चुनाव लड़ा था। हरीश रावत दो विधानसभा सीट (हरिद्वार ग्रामीण और किच्छा) से चुनाव लड़ा। लेकिन वह दोनों सीटों से चुनाव हार गए थे। हरिद्वार ग्रामीण से उन्हें यतीश्वरानंद ने 12278 वोटों से हराया। वहीं, किच्छा से उन्हें भाजपा प्रत्याशी राजेश शुक्ला ने 2127 वोटों से हराया। वहीं, इस बार 2022 में भी वह लालकुआं सीट से चुनाव हार गए हैं।