सरकार के आदेश के बावजूद निजी स्कूलों में फीस, डेवलपमेंट, अपनी मर्जी की दुकानों से वर्दी व किताबें खरीदने का खेल जारी…

सरकार के आदेश के बावजूद निजी स्कूलों में फीस, डेवलपमेंट, अपनी मर्जी की दुकानों से वर्दी व किताबें खरीदने का खेल जारी है। निजी स्कूलों द्वारा अपनी मर्जी से फीस वसूलने व अन्य अनियमितताओं को लेकर सरकार तक लगातार शिकायतें जा रही हैं।

शिक्षा विभाग के पास अभी तक 720 शिकायतें पहुंच चुकी है। इन शिकायतों की सत्यता को जांचने के लिए शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने जांच के आदेश दिए हैं। शिक्षा मंत्री का कहना है कि दोषी पाए जाने वाले निजी स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

शिक्षा मंत्री ने यह जानकारी इंटरनेट मीडिया के जरिए दी है। सरकार उन स्कूलों के नाम उजागर करने से पहले जांच करवा कर सत्यता की जांच करना लेना चाहती है। यही कारण है कि शिक्षा मंत्री ने निजी स्कूलों के नाम को उजागर नहीं किया है।

बता दें, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 30 मार्च को घोषणा की थी कि कोई भी निजी स्कूल फीस में बढ़ोत्तरी नहीं कर पाएगा। साथ ही उन्होंने निजी स्कूल प्रबंधकों के निर्देश दिए थे कि वह अभिभावकों को चुनिंदा दुकानों से ही किताबें व वर्दियां खरीदने के लिए दबाव नहीं बना सकते है।

शिक्षा मंत्री ने जांच की समय सीमा नहीं की तय

सरकार के इस आदेश के बावजूद राज्य में निजी स्कूलों में फीस के नाम पर ‘लूट’ बदस्तूर जारी रही है। इसे लेकर अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री को शिकायत भी की हैं। अहम बात यह है कि शिक्षा मंत्री ने जांच की समय सीमा को निर्धारित नहीं किया है।

पंजाब सरकार निजी स्कूलों की लूट को लेकर चिंतित है। सरकार ऐसे स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के मूड में है। राज्य में अधिकांश निजी स्कूल सीएम के आदेशों के बाद भी इन्हें मानने को तैयार नहीं। अभी भी खास दुकानों से वर्दी व किताबें खरीदने के लिए अभिभावकों को मजबूर किया जा रहा है। 

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