मार्निंग वाक के लिए कोटद्वार-पुलिंडा मोटर मार्ग पर गए पुलिसकर्मी को हाथी ने उतारा मौत के घाट
मार्निंग वाक के लिए कोटद्वार-पुलिंडा मोटर मार्ग पर गए एक पुलिसकर्मी की हाथी के हमले में मौत हो गई। अपर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मी मनजीत सिंह निवासी विकासनगर (देहरादून) अन्य दिनों की तरह सोमवार सुबह अपने एक मित्र के साथ वाक के लिए गए थे।
बचने के प्रयास में सड़क पर गिर पड़े मनजीत
वह कोटद्वार पुलिंडा मार्ग पर वाक कर थे। सुबह करीब 6:00 बजे जब वह लौट रहे थे, तभी रास्ते में अचानक एक हाथी ने उन पर हमला कर दिया। हाथी से बचने के प्रयास में दौड़ते हुए मनजीत सड़क पर गिर पड़े। इसी बीच वहां पहुंचे हाथी ने मनजीत पर हमला कर दिया।
घायल मनजीत को बेस चिकित्सालय में लाया गया
हाथी के हमले में गंभीर रूप से घायल मनजीत को बेस चिकित्सालय में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही कोतवाली में तैनात तमाम पुलिसकर्मी बेस चिकित्सालय में पहुंचे।
पहली घटना जब मार्निंग वाक पर गए व्यक्ति को मौत के घाट उतारा
बताते चलें कि कोटद्वार शहर से बड़ी संख्या में आमजन सुबह और शाम को टहलने के लिए कोटद्वार पुलिंदा मोटर मार्ग की ओर जाते हैं। यह पहला मौका है जब हाथी ने मार्निंग वाक पर गए व्यक्ति को मौत के घाट उतारा है।
तिमली रेंज में हाथियों का मूवमेंट तेज
वहीं देहरादून के कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज में हाथियों का मूवमेंट तेज हो गया है। करीब 14 हाथी यहां अक्सर विचरण करते दिख रहे हैं। इससे कुल्हाल क्षेत्र में ग्रामीणों की नींद उड़ी हुई है। लोग दहशत में हैं।
कोटद्वार : घर के आंगन में धमका गुलदार, दहशत
जंगलों में लग रही आग के कारण अब जंगली जानवर आबादी क्षेत्र में धमकने लगे हैं। हालत यह है कि रविवार रात एक गुलदार बदरीनाथ मार्ग स्थित मनोहर नगर कालोनी में पहुंच गया। यहां देर रात तक गुलदार एक घर के आंगन में घूमता रहा। शिकायत के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम गुलदार की मानीटरिंग में जुट गई है।
गर्मी का पारा चढऩे के साथ ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं भी बढऩे लगी हैं। ऐसे में अपनी जान बचाने के लिए जंगली जानवर आबादी क्षेत्र की ओर बढ़ रहे हैं। रविवार रात कुछ व्यक्तियों ने गुलदार को बदरीनाथ मार्ग स्थित मनोहर नगर कालोनी में घूमता हुआ देखा। इसके बाद गुलदार मनोहर नगर कालोनी निवासी नरेंद्र सिंह के घर के आंगन में पहुंच गया।
नरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने कमरे के अंदर से गुलदार को आंगन में घूमता हुआ देखा। घटना की सूचना वन विभाग को दी गई। लेकिन, वन विभाग के पहुंचने से पहले ही गुलदार वहां से चला गया। सुबह के समय उन्होंने आंगन में पड़ी गीली मिट्टी में गुलदार के पंजे देखे। आबादी क्षेत्र में पहुंचे गुलदार से क्षेत्रवासियों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
लैंसडौन वन प्रभाग कोटद्वार रेंज के रेंजर प्रदीप उनियाल ने बताया कि गुलदार की लोकेशन तलाशने की कोशिश की जा रही है। साथ ही क्षेत्र में वन कर्मियों को रात्रि गश्त बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं। जंगली जानवरों को आबादी में आने से रोकने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।