केन्द्र सरकार की घोषणा के बाद लखनऊ स्थित मध्य कमान ने यूपी के नौजवानों के लिए किया ये बड़ा ऐलान
चार साल के लिए सेनाओं में बड़ी संख्या में युवाओ को भर्ती करने के लिए मिशन अग्निपथ के तहत यूपी और उत्तराखंड की भर्ती रैली अगस्त से शुरू होगी। मध्य कमान सेनाध्यक्ष ले. जनरल योगेंद्र डिमरी ने बताया कि अब से सभी भर्ती अग्निपथ स्किम के तहत होगी। अभी यह पुरुषों के लिए है। हालांकि, मिलिट्री पुलिस में महिला सिपाही की भर्ती में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस साल अक्टूबर के आखिरी और नवम्बर के पहले सप्ताह में लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर सेना भर्ती कार्यालय से जुड़े जिलों की भर्ती अग्निपथ स्किम से पूरी कर ली जाएगी। अगस्त के आखिरी और सितंबर के पहले सप्ताह में उत्तराखंड और मेरठ सहित पश्चिम यूपी के जिलों में भर्ती आयोजित की जाएगी।
ले. जनरल डिमरी ने यह भी कहा कि यह भर्ती पहली बार हो रही है। सभी सेना भर्ती कार्यालयों के लिए पहले छह माह तक यह एक चुनौती के रूप में होगी। उन्होंने कहा, अगले साल आइटीआइ स्किल डेवलपमेंट वालों को भी भर्ती में शामिल करेंगे। हमें सैनिक के अलावा कौशल विशेषज्ञों की भी जरूरत है। इसका पहला बैच अगले साल एक जनवरी में भर्ती होगा। अगले साल जुलाई में पहला बैच सेवा में आएगा। ले. जनरल ने कहा, अभी एनसीसी के लिए कोई सीधी व्यवस्था नहीं की गई है। अगर सेना की नौकरी की बात करें तो 15 साल सेवा देने के बाद एक लाख से ज्यादा युवा घर वापसी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, सुरक्षा को लेकर घबराने की जरूरत नहीं हैं।
2021 की भर्ती प्रक्रिया अब अग्निपथ के जरिये होगीः ले. जनरल ने कहा कि वर्ष 2021 में सेना भर्ती की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई थी। मेडिकल के बाद लेटर डिस्पैच नहीं हो पाए थे। उसे अब अग्रिपथ स्कीम के तहत फाइनल किया जाएगा। भर्ती में शामिल होने वाले जो युवा दसवीं में हैं, उनको पढ़ाएंगे ताकि इंटर पास होकर बाहर जाएं। अग्निपथ बहुत परिवर्तनकारी व आकर्षक योजना है। इस योजना के माध्यम से भारतीय सशस्त्र सेनाओं की प्रोफाइल मजबूत होगी। यह युवाओं के लिए बड़ा अवसर लेकर आई है।
मध्य कमान स्टाफ़ अध्य्क्ष ले. जनरल विवेक कश्यप ने कहा कि स्किम को लेयर युवाओं के बीच सर्वे किया गया है। ज्यादातर युवाओं ने कहा था कि उनका सपना देश की सेवा और सेनाओं की यूनिफार्म पहनना है। जिनकी रुचि स्थायी रूप से सेना में नहीं रहना चाहते उनके लिए भी है। आज भारत की फौज औसत आयु 32 जे 36 साल है। अब 24 से 26 हो जाएगी। जब युद्ध होगा जुनून और जज्बे से लड़ेंगे। यह ट्रांस्फोर्मेटिव रिफार्म है। इस स्कीम के तहत हमें ज्यादा फिट जवान मिलेंगे। चयन प्रक्रिया पहले की तरह ही होगी। उन्होंने कहा, इसमें कोई रियायत नहीं दी जाएगी। सर्वश्रेष्ठ कैंडिडेट चुनेंगे। मापदंड में कोई कमी नहीं होगी। हमारे पास 24 से 26 साल के युवा और अनुभव वाले भी 40 से 50 प्रतिशत होंगे। अनुभव के साथ जज्बा भी होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि अग्निवीर सेना से सीखकर समाज को भी लाभ देंगे। अग्निवीर को आकर्षक फाइनेंसियल पैकेज मिलेगा चोट, अपंगता और मृत्यु पर पूरा पैकेज ताकि परिवार की देखभाल हो सके। सेवा के बाद इतना कुछ होगा स्टार्टअप कर सकते हैं। सर्टिफिकेट में अग्निवीर जुड़ा होगा रेज़्यूम मजबूत होगा। राष्ट्रीय एकीकृत की भावना के। बड़े बड़े देशों का सिस्टम को देखा गया। जो हमारे लिए सर्वश्रेष्ठ थी उसको चुना गया। यूथफुल प्रोफाइल में जोखिम लेना, पहले से फिट आर्मी हर जगह के लोगों को मौका दिया जाएगा। मेरिट के हिसाब से चयन होगा। उनको सेवा बाद पूर्व सैनिक का दर्जा नहीं मिलेगा। साथ ही कैंटीन, मेडिकल की सुविधा नहीं मिलेगी