महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच संजय राउत ने बीजेपी लगाया यह बड़ा आरोप
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर बड़ा आरोप लगाया है. शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार को धमकी दी गई है, जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया, वो हमें मंजूर नहीं हैं.
संजय राउत ने और क्या कहा?
संजय राउत ने ट्वीट किया कि बीजेपी के एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि अगर महाविकास अघाडी सरकार को बचाने की कोशिश की गई तो शरद पवार को घर नहीं जाने दिया जाएगा. राउत ने आगे कहा कि एमवीए सरकार बचे या नहीं, शरद पवार के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल स्वीकार्य नहीं है.
संजय राउत ने आगे कहा कि एक केंद्रीय मंत्री द्वारा शरद पवार जी को धमकियां दी जा रही हैं. क्या ऐसी धमकियों को मोदी जी और अमित शाह जी का समर्थन है? हम (बागी) विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं.
बागी विधायकों पर संजय राउत ने कहा कि लोकतंत्र में आंकड़े चलते हैं, जो MVA के पास है. मुझे पूरा भरोसा है कि विधानसभा में जब बहुमत साबित करना होगा तब हम जीतेंगे.
संजय राउत ने कहा कि शिंदे गुट हमें चैलेंज कर रहा है, उन्हें समझना चाहिए कि शिवसैनिक अभी सड़क पर नहीं उतरे हैं. यह दो तरह से होता है एक कानूनी और दूसरा सड़क पर. जरूरत पड़ी तो शिवसैनिक सड़क पर भी उतरेंगे. उन्होंने कहा कि शिवसेना एक महासागर है. लहरें आती हैं, जाती हैं, लेकिन हम ऐसे लहरों से नहीं डरते.
महाराष्ट्र में जारी है उठा-पटक
बता दें कि महाराष्ट्र में राजनीतिक में उठा-पटक जारी है. शिवसेना के बागी मंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को लगभग 12 निर्दलीय और छोटे दलों के अलावा 40 से अधिक विधायकों के समर्थन का दावा किया है.
गुवाहाटी से मीडिया से बात करते हुए, शिंदे ने शरद पवार द्वारा जारी ‘चेतावनी’ को आड़े हाथ लेते हुए कहा, “हम इस तरह की धमकियों से डरते नहीं हैं. हम जो कुछ भी कर रहे हैं वह बिल्कुल कानूनी है. हमारे पास सभी विधायकों के हलफनामे हैं कि वे स्वेच्छा से हमारे साथ शामिल हुए हैं. बहुमत संख्या हमारे पास है. 40 से अधिक शिवसेना विधायक और 12 निर्दलीय और अन्य भी हमारे समर्थन में है.”
शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस ने बीजेपी पर 30 महीने पुराने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को तोड़ने का आरोप लगाया है. राज्य के कांग्रेस मंत्री डॉ. नितिन राउत ने शुक्रवार को बीजेपी पर शिवसेना में विद्रोह की साजिश रचने और लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया.