BSF के स्पेशल 70 जवानों की टीम को मिल रही यह ट्रेनिंग, देश के दुश्मनों का होगा काम तमाम
भारतीय सेना की स्पेशल फ़ोर्स के जाबांजो को जब भी कोई टास्क मिला, उन्होंने बिना रुके बिना थके देश के दुश्मनों का काम तमाम कर ही वापस लौटे. चाहे उरी हमले के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में सर्जिकल स्ट्राइक करना हो या फिर म्यांमार में छुपे उग्रवादियों को ढेर करना हो, हिंदुस्तान की पैरा फ़ोर्स ने अपना काम बखूबी किया. अब यही खास पैरा BSF के जवानों को स्पेशल ट्रेनिंग दे रही है जिससे उन्हें और और ज्यादा घातक बनाया जा सके.
जैसी चुनौतियां वैसी तैयारियां
लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर जैसी चुनौतियां है. सुरक्षा बलों की वैसी ही तैयारी है.ऐसा पहली बार हो रहा है कि LoC पर तैनात होने वाले BSF के कमांडो को आर्मी की 7 पैरा कमांडो फोर्स ट्रेनिंग दे रही है. BSF के 70 कमांडो जो हाल ही में शिलांग से जम्मू कश्मीर (Jammu-kashmir) पहुंचे है. उनको इस बार बॉर्डर पर तैनाती से पहले आर्मी के पैरा कमांडो के जरिए खास ट्रेनिंग दिलाई जा रही है.
आर्मी और BSF का ज्वाइंट वेंचर
एलओसी पर जिस तरीक़े की ऑपरेशनल जरूरतें है उसको आर्मी और BSF एक साथ मिलकर तैयार कर रही है. BSF के IG कश्मीर रेंज राजा बाबू सिंह ने ज़ी मीडिया से खास बातचीत में BSF और 7 पैरा कमांडो के साथ ट्रेनिंग के बारे में जानकारी देते हुये कहा, ‘कश्मीर थिएटर पर लाइन आफ कंट्रोल को गार्ड करना बड़ी चुनौती होती है यहां ज्यादा चैलेंज और टफनेस की जरूरत है. पहले भी हमारी जो पलटन एलओसी (LoC) पर तैनात होने के लिए आती थीं उनके जवानों को भी एक खास प्री इंडक्शन ट्रेनिंग सेशन के जरिए ट्रेंड किया जाता था. लेकिन ये नए दौर का कश्मीर है जिसमें नए चैलेंज हैं. इसलिए हमने स्पेशल फोर्सेज में जो आर्मी के पैरा कमांडो है उनसे बात करने के बाद ये प्लान बनाया है कि उनकी जो पलटन केरन सेक्टर में तैनात होने के लिए आई है उसके ट्रेनर हमारी टीम को और मजबूत बनाएंगे.’
यूं ढेर होंगे PoK में मौजूद 600 आतंकवादी
बताते चलें कि खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट के मुताबिक PoK में स्थित 11 टेरर कैंपो में 500-600 आतंकियों के होने की जानकारी मिली है. इनमें से 200 के करीब आतंकी लांच पैड पर मौजूद हैं जो घुसपैठ के इंतजार में हैं. ऐसे में पैरा फोर्सेज की ट्रेनिंग से तैयार BSF के जवान आतंकियों से और बेहतर तरीके से निपट सकेंगे.
BSF के स्पेशल 70 जवानों की टीम को हथियार चलाने से लेकर दुश्मनों के हाईड आउट को तबाह करने की ट्रेनिंग मिल रही है. BSF के सभी जवान 97 बटालियन के हैं.