केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद पेट्रोल-डीजल हुआ महंगा, जानिए नए रेट
सरकारी तेल कंपनियों ने आज (2 जुलाई) के लिए पेट्रोल और डीजल के दाम जारी कर दिए हैं. आज कंपनियों ने तेल के दामों में कोई बदलाव नहीं किया है. पिछले 21 मई को केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटाने की घोषणा की थी. इसके बाद देशभर में पेट्रोल 9.50 रुपये और डीजल 7 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया. इस बीच सरकार ने पेट्रोल, डीजल और एविएशन फ्यूल पर एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी है. जानिए इसका आपकी जेब पर क्या असर पड़ेगा.
क्या पड़ेगा आपकी जेब पर असर
केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल और ATF के एक्सपोर्ट पर एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी की है. सरकार की तरफ से पेट्रोल के निर्यात पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में 5 रुपये और डीजल पर 12 रुपये प्रति लीटर तक का इजाफा किया गया है. इसके अलावा ATF के एक्सपोर्ट पर 6 रुपये प्रति लीटर की सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है. हालांकि इसका असर घरेलू पेट्रोल-डीजल के रेट पर नहीं पड़ेगा.
जानें आपके शहर का भाव?
– दिल्ली पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर
– मुंबई पेट्रोल 111.35 रुपये और डीजल 97.28 रुपये प्रति लीटर
– चेन्नई पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर
– कोलकाता पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर
– नोएडा में पेट्रोल 96.57 रुपये और डीजल 89.96 रुपये प्रति लीटर
– लखनऊ में पेट्रोल 96.57 रुपये और डीजल 89.76 रुपये प्रति लीटर
– जयपुर में पेट्रोल 108.48 रुपये और डीजल 93.72 रुपये प्रति लीटर
– तिरुवनंतपुरम में पेट्रोल 107.71 रुपये और डीजल 96.52 रुपये प्रति लीटर
– पोर्टब्लेयर में पेट्रोल 84.10 रुपये और डीजल 79.74 रुपये प्रति लीटर
– पटना में पेट्रोल 107.24 रुपये और डीजल 94.04 रुपये प्रति लीटर
– गुरुग्राम में 97.18 रुपये और डीजल 90.05 रुपये प्रति लीटर
– बेंगलुरु में पेट्रोल 101.94 रुपये और डीजल 87.89 रुपये प्रति लीटर
– भुवनेश्वर में पेट्रोल 103.19 रुपये और डीजल 94.76 रुपये प्रति लीटर
– चंडीगढ़ में पेट्रोल 96.20 रुपये और डीजल 84.26 रुपये प्रति लीटर
– हैदराबाद में पेट्रोल 109.66 रुपये और डीजल 97.82 रुपये प्रति लीटर
हर 15 दिन में ड्यूटी बढ़ाने की होगी समीक्षा
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डीजल और एविएशन फ्यूल पर एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने की वजह साफ करते हुए कहा कि भारत को सस्ती कीमत पर तेल का आयात करने में काफी मुश्किल हो रही है. इसका कारण यह है कि जियोपॉलिटिकल चिंताओं के कारण दुनियाभर में तेल की कीमत में भारी उछाल आई है. वित्त मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमत बेलगाम हो गई हैं. इसके लिए हर 15 दिन में ड्यूटी बढ़ाने की समीक्षा की जाएगी और देखेंगे कि आगे क्या स्थिति बनती है.