पीएम मोदी ने मन की बात के 91वें संस्करण में कोरोना के खिलाफ आयुष की भूमिका को महत्वपूर्ण करार दिया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ के 91वें संस्करण में कहा कि कोरोना के खिलाफ आयुष ने वैश्विक स्तर पर अहम भूमिका निभाई है। दुनिया में आयुर्वेद और भारतीय औषधियों के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है। ये एक बड़ी वजह है कि आयुष एक्सपोर्ट्स में रिकार्ड तेजी आई है।इसके अलावाये भी बहुत सुखद है कि इस क्षेत्र में कई नए स्टार्ट-अप्स भी सामने आ रहे हैं।

10 हजार करोड़ रुपये के मिले प्रपोजल्स

पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में, एक ग्लोबल आयुष इनवेस्टमेंट और इनोवेशन समिट हुई थी। आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि इसमें करीब 10 हजार करोड़ रुपये के इनवेस्टमेंट प्रपोजल्स मिले हैं। एक और बड़ी अहम बात यह हुई है कि कोरोना काल में औषधीय पौधों पर रिसर्च में भी बहुत वृद्धि हुई है। इस बारे में बहुत सी रिसर्च स्टडीज पब्लिश हो रही है। निश्चित रूप से एक अच्छी शुरुआत है।

इंडियन वर्चुअल हारबेरियम को किया गया लांच

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जुलाई महीने में Indian Virtual Herbarium को launch किया गया। यह इस बात का भी उदाहरण है, कि कैसे हम Digital World का इस्तेमाल अपनी जड़ों से जुड़ने में कर सकते हैं।’  उन्होंने कहा, ‘इंडियन वर्चुअल हरबेरियम, Preserved Plants  या Plant Parts की Digital Images का एक रोचक संग्रह है, जो कि Web पर Freely Available है। इस वर्चुअल हारबेरियम पर अभी लाख से अधिक और उनसे जुड़ी साइंटिफिक इनफार्मेशन उपलब्ध है। वर्चुअल हरबेरियम में भारत की Botanical Diversity की समृद्ध तस्वीर भी दिखाई देती है।

शहद की मिठास से बदल रहा किसानों का जीवन

पीएम मोदी ने कहा कि शहद की मिठास हमारे किसानों का जीवन भी बदल रही है, उनकी आय भी बढ़ा रही है। शहद, न केवल हमें स्वाद देता है, बल्कि आरोग्य भी देता है। शहद उत्पादन में आज इतनी अधिक संभावनाएं हैं कि professional पढ़ाई करने वाले युवा भी, इसे, अपना स्वरोजगार बना रहे हैं। 

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