भाजपा नेता ने सिर को कहीं ले जाकर फेंकने की थी तैयारी उसी दौरान पुलिस ने भाता समेत दो को दबोचा
पुलिस ने भाता समेत दो को दबोचा
आगरा में शुक्रवार सुबह जघन्य हत्याकांड सामने आया है। भाजपा नेता ने चांदी व्यापारी को बहाने से अपने साथ ले जाकर सिकंदरा के गांव अरसेना में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद धारदार हथियार से उसका सिर धड़़ से अलग कर दिया। उसे कार में रखकर कहीं दूसरी जगह फेंकने की तैयारी थी। शुक्रवार की भोर में गश्त करती पुलिस ने अरसेना गांव से लगे जंगल में सड़क किनारे खड़ी कार को देख तो शक हुआ। पुलिस ने भागने की कोशिश करते भाजपा नेता और उसके साथी को दबोच लिया। कार के पास ही सिर विहीन लाश पड़ी थी। कार को चेक किया तो उसकी पिछली सीट कटा हुआ सिर रखा था। यह देख एकबारगी पुलिस के भी होश उड़ गए।सिकंदरा पुलिस शुक्रवार की भोर करीब साढ़े तीन बजे गश्त पर थी। इसी दौरान अरसेना गांव की सीमा से लगे जंगल के पास सड़क किनारे खड़ी कार पर उसकी नजर पड़ी। एक युवक कार के बाहर खड़े होकर अपने हाथ साफ कर रहा था।
जबकि दूसरा कार के अंदर बैठा हुआ था। पुलिस को देखकर दोनों युवक भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस कार के पास पहुंची तो देखा कि उसके बाहर जमीन पर सिर कटी लाश पड़ी हुई है। पिछली सीट पर कटा हुआ सिर पड़ा था। पुलिस ने युवकों से पूछताछ की एक ने अपना नाम टिंकू भार्गव निवासी बेलनगंज बताया। दूसरे ने अपना नाम अनिल बताया। टिंकू ने बताया कि वह भाजपा के एक अनुषंगिक संगठन का पदाधिकारी है।
जिसकी हत्या की थी, उसका नाम नवीन वर्मा निवासी तरकारी वाली गली लोहामंडी बताया। उसने चांदी व्यापारी को पहले शराब पिलाई। जिसके बाद गोली मारी और उसका सिर धारदार हथियार से काटकर धड़ से अलग कर दिया था। पुलिस ने चांदी व्यापारी के स्वजन को हत्या की सूचना दी तो वह मौके पर पहुंच गए। भाई प्रवीन वर्मा ने पुलिस को बताया कि नवीन वर्मा चांदी व्यापारी थे। उनकी घर के बाहरी हिस्से में ही दुकान हैं। वह गुरुवार की दोपहर घर से निकले थे।शुक्रवार की सुबह पुलिस का उनके पास फाेन पहुंचा। स्वजन ने मौके पर पहुंचकर धड़ और सिर की पहचान नवीन वर्मा के रूप में की। स्वजन ने बताया छत्ता के बेलनगंज का रहने वाला हत्यारोपित टिंकू भार्गव खुद को भाजपा के अनुसंगिक संगठन का पदाधिकारी बताता है। इंस्पेक्टर सिकंदरा आनंद कुमार शाही के अनुसार हत्या के कारणों की जांच की जा रही है।
भाजपा नेता ने जिस कार से चांदी व्यापारी को लेकर आए थे। बताया जाता है कि किसी दोस्त की थी। जिसकी नंबर प्लेट बदल दी थी। जिससे कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में कार आ भी जाए तो उसका नंबर गलत होने के चलते वह पकड़ में नहीं आएंगे।
धड़ और सिर को अलग-अलग फेंकने की थी तैयारी
चांदी व्यापारी के शव की पहचान न हा सके, इसलिए हत्यारोपितों ने उसका सिर और धड़ अलग कर दिया था। धड़ को अरसेना के जंगल के पास छोड़ने के बाद वह उसका सिर कहीं और ले जाकर फेंकने की तैयारी में थे। दोनों अलग-अलग मिलने से मरने वाले की पहचान आसानी से नहीं हो पाती। यही नहीं उन्होंने हत्या करने के बाद मरने वाले के कपड़े भी निकाल दिए थे। जिससे कि स्वजन या कोई अन्य कपड़ों के आधार पर उसकी पहचान नहीं कर सके।