ताइवान चीन के दावों को लगातार खारिज करता गया
खारिज करता रहा है
चीन का कहना है कि ताइवान उसका आंतरिक मामला है। यदि जरूरत हुई तो शक्ति द्वारा द्वीप को अपने नियंत्रण में लाने की कोशिश की जाएगी। वहीं ताइवान चीन के दावों को लगातार खारिज करता रहा है।
अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी द्वारा ताइवान की यात्रा के बाद शुरू हुआ चीन-ताइवान तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। दोनों देश एक दूसरे पर दबाव बनाने के लिए समुद्री सीमा पर नजर गड़ाए हुए हैं। समुद्री सीमा में सैन्य अभ्यास के नाम पर चीन, ताइवान पर दबाव बनाने की लगातार कोशिश कर रहा है।
रॉयटर्स के अनुसार ताइवान की सेना ने शनिवार को कहा कि अभ्यास में हिस्सा ले रहे चीनी जहाज और विमान उस द्वीप पर सैन्य अभ्यास कर रहे थे, जिस पर चीन अपना दावा करता है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बाद में कहा कि ताइवान मिलिट्री ने 20 चीनी विमानों को चेतावनी देते हुए सीमा के बाहर खदेड़ दिया था। इसके बावजूद ताइवान जलडमरूमध्य के आसपास 14 चीनी जहाज लगातार गतिविधि कर रहे हैं। इसे देखते हुए ताइवान भी करीब से निगरानी बनाए हुए है।
ताइवान ने तैनात की मिसाइलें
ताइवान ने कहा कि चीन के खतरे को देखते हुए उसने भी एन्टी शिप मिसाइलें और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें अपनी तटीय सीमा पर तैनात कर रखी हैं। वहीं चीन ताइवान पर दबाव बनाने के लिए लगातार युद्धाभ्यास कर रहा है। उसने ताइवान को 6 तरफ से घेर रखा है। चीन के युद्धपोत ताइवान की तटरेखा से कुछ ही किलोमीटर की दूरी से नजर बनाए हुए हैं।
चीन ने दी अमेरिका को चेतावनी
अमेरिका ने चीन के युद्धाभ्यास पर नराजगी जाहिर करते हुए कहा कि चीन की ये गतिविधियां शांति व्यवस्था के लिए खतरनाक हैं। चीन का यह गैर-जिम्मेदाराना है। चीन को ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता बनाए रखने के हमारे लंबे समय के प्रयास से एतराज है। जबकि दुनिया शांति चाहती है। वहीं चीन ने भी अमेरिका को चेतावनी दी है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शुक्रवार को एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि ब्लिंकन गलत सूचना फैला रहे हैं। अमेरिका जल्दबाजी में काम न करें और न ही कोई बड़ा संकट खड़ा करने की कोशिश करें।