लखनऊ: स्कूल में वायरल फीवर का कहर, 74 छात्राएं आई बीमारी की चपेट में..

लखनऊ में मोहान रोड स्थित राजकीय आश्रम पद्धति स्कूल में वायरल फीवर कहर बनकर टूटा है। 74 छात्राएं बीमारी की चपेट में आ गई हैं। ज्यादातर छात्राएं बुखार, सिर दर्द, सर्दी-जुकाम और डायरिया की चपेट में आ गई हैं। बड़ी संख्या में बच्चों के बीमार पड़ने से स्कूल में हड़कंप मच गया। आनन-फानन काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को मामले की जानकारी दी गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छात्राओं की सेहत की जांच की। बीमार बच्चों को दवाएं बांटी।

पांच दिनों से बीमारी का प्रकोप
आश्रम पद्धति स्कूल में छात्राएं गुजरे पांच दिनों से बुखार, सिर दर्द, पेट दर्द समेत दूसरी परेशानियों से जूझ रही हैं। शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही थी। शनिवार को कुछ छात्राओं की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। इससे स्कूल में हड़कंप मच गया। किरकिरी से बचने के लिए आनन-फानन स्कूल प्रशासन ने काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। 

294 छात्राओं की जांच, 70 बीमार
स्वास्थ्य विभाग की टीम शाम करीब साढ़े छह बजे स्कूल पहुंची। स्कूल में 456 छात्राएं पंजीकृत हैं। शनिवार को स्कूल में करीब 294 छात्राएं मौजूद थीं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी छात्राओं की स्क्रीनिंग शुरू की। इसमें 28 छात्राओं में बुखार की पुष्टि हुई। वायरल फीवर से पीड़ित छात्राओं कराह रही थीं। 25 छात्राओं ने सिर व बदन दर्द की शिकायत की। चार छात्राओं ने पेट दर्द बताया। वहीं 16 छात्राएं सर्दी-जुकाम की चपेट में मिली। जबकि एक छात्र डायरिया की चपेट में थीं। छात्राओं का आरोप है कि पहले दो से तीन छात्राएं बुखार की चपेट थीं। शिकायत के बाद इलाज नहीं शुरू हुआ। धीरे-धीरे बुखार ने काफी छात्राओं को अपनी गिरफ्त में ले लिया। हॉस्टल की वार्डेन अंजली मौर्या भी बुखार की जद में हैं। वह तीन दिनों से अवकाश पर हैं।

अभिभावक पहुंचे स्कूल
घबराए अभिभावक शनिवार को कालेज पहुंचे। कई अभिभावक अपनी बेटियों को घर ले गए। ऐसे अभिभावकों की संख्या करीब 50 बताई जा रही है। उन्नाव ताजपुर निवासी सुधरश्याम के बेटी पूनम कक्षा नौ की छात्रा है। वह पिछले तीन दिनों से बुखार की चपेट में है। हरदोई निवासी रमेश सिंह की बेटी शिवपुत्री, भतीजी पूर्णिमा व सीमा भी बुखार-डायरिया की चपेट में हैं। परिवारीजनों ने बीमार बेटियों को सीतापुर बाईपास स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया। सीतापुर की रीता की बेटी अनीता भी बुखार व सिर दर्द की चपेट में है।

खतरे से बाहर बच्चे
डॉ. सुनील कुमार के निर्देशन में टीम स्कूल गई। बीमार बच्चों के खून का नमूना लिया। मलेरिया, डेंगू की जांच की। कोरोना की एंटीजेन जांच की गई। मरीजों को जरूरी दवाएं दी गईं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर है।

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